Food For Diabetes Control: डायबिटीज के मरीज को अपने डेली आहार में अगर शामिल कर लें अलसी के बीज, करेला, सहजन और खीरा तो कंट्रोल में रह सकती है डायबिटीज। आइए जानते हैं कि ये चारों चीजें कैसे डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद कर सकती हैं।
Food For Diabetes Control: डायबिटीज(Diabetes) एक ऐसी समस्या है, जो आज के समय में बहुत तेजी से बढ़ रही है। इसे कंट्रोल में रखने के लिए जीवनशैली में बदलाव और खानपान का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है। अगर आप भी डायबिटीज से जूझ रहे हैं तो अपने खानपान में सावधानी बरतनी बेहद जरूरी है। खाने में कुछ ऐसे सुपरफूड को शामिल करना फायदेमंद हो सकता है जैसे करेला, अलसी के बीज, सहजन और खीरा। ये चारों ही नेचुरल और पोषक गुणों से भरपूर होते हैं जो न केवल शुगर को कंट्रोल में रखने में मदद करती हैं, बल्कि शरीर को अंदर से भी मजबूत बनाती हैं। तो आइए जानते हैं इनके फूड अधिक कैसे डायबिटीज के मरीज के लिए ये तीनों आहार फायदेमंद हो सकते हैं।
करेला स्वाद में भले ही कड़वा हो, लेकिन इसके फायदे ही फायदे हैं, खासकर डायबिटीज के मरीजों के लिए। करेले में चारन्टिन और पोलिपेप्टाइड-P जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो इंसुलिन जैसे ही काम करते हैं। इसके अलावा इसमें मोमोरडिसिन नामक तत्व भी होता है, जो शरीर में ग्लूकोज़ के absorption को बढ़ाता है। भोजन के बाद शुगर लेवल को अचानक बढ़ने से रोकता है।
सहजन को आयुर्वेद में औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। इसमें ब्लड ग्लूकोज लेवल को कम करने और इंसुलिन उत्पादन को बढ़ाने की क्षमता होती है। रिसर्च के अनुसार, सहजन का सेवन ब्लड शुगर के स्तर को बैलेंस बनाए रखने में सहायक होता है। इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है जिससे शुगर धीरे-धीरे absorbed होती है।
गर्मियों में ठंडक देने वाला खीरा डायबिटीज के मरीजों के लिए भी फायदेमंद है। यह लो कैलोरी, लो कार्बोहाइड्रेट और लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला होता है, जिससे यह ब्लड शुगर को बढ़ाए बिना पेट भरता है। साथ ही भूख को नियंत्रित करता है।
अलसी के बीज डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद लाभकारी माने जाते हैं। इनमें फाइबर की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जो ब्लड शुगर को नियंत्रण में रखने में मदद करता है। साथ ही यह फूड क्रेविंग को भी कंट्रोल करता है। इसके अलावा, अलसी में मौजूद लिग्नैन्स नामक तत्व इंसुलिन रेजिस्टेंस को कम करने में सहायक होता है, जिससे शरीर इंसुलिन का बेहतर उपयोग कर पाता है और शुगर लेवल संतुलित बना रहता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।