स्वास्थ्य

National epilepsy Day 20024 : किस विटामिन की कमी के कारण आते हैं मिर्गी के दौरे, जानिए मिर्गी से बचने के फूड्स

मिर्गी के दौरे आने का कारण विटामिन की कमी या जेनेटिक हो सकता है। ऐसे में आइए जानते हैं किस विटामिन की कमी के कारण मिर्गी (epilepsy) के दौरे आते हैं।

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Nov 17, 2024
National epilepsy Day 20024: Which vitamin deficiency causes epileptic seizures, know the foods to avoid epilepsy

National epilepsy Day 20024 : मिर्गी होने के कारण कई हो सकते हैं जिसमें जेनेटिक भी एक कारण है। जब किसी को मिर्गी का दौर आता है तो उसमें वह संतुलन खोने के साथ साथ बेहोश भी हो सकता है। मिर्गी किसी को भी हो सकती है लेकिन यदि आप इससे बचना चाहते हैं तो आपको स्ट्रेस से बचना चाहिए साथ ही मेडिटेशन पर ध्यान देना भी जरूरी होता है।

एक रिपोर्ट में बताया गया है कि मिर्गी (epilepsy) से लगभग एक करोड़ लोग जूझ रहे हैं। इसी को लेकर 17 नवंबर को नेशनल एपीलेप्सी डे मनाया जाता है, ताकि लागों को इसे लेकर जागरूक किया जा सके।

मि​र्गी होने का कारण : Cause of epilepsy

मिर्गी (epilepsy) जिसे एपीलेप्सी भी कहा जाता है। यह किसी भी व्यक्ति में पोषण की कमी के कारण हो सकती है। इसलिए आज हम बात करेंगे कि किस विटामिन और पोषण तत्वों के कारण मिर्गी के दौरे आते हैं।

विटामिन ई के कारण: जब शरीर में विटामिन ई की कमी होने लगती है तो आपको यह बीमारी हो सकती है। इसलिए आपको यदि इससे बचना है तो इसकी कमी को पूरा करना चाहिए।

विटामिन बी6 के कारण: यदि आपके शरीर में विटामिन बी6 की कमी है तो आपको इसे पूरा करने के लिए उपाए शुरू कर देने चाहिए। यदि आप में इस विटामिन की कमी रहती है तो मिर्गी के दौरे आ सकते हैं।

विटामिन डी के कारण: N.C.B.I में पब्लिश एक रिपोर्ट कहती है कि यदि आप में विटामिन डी की समस्या है तो इसे पूरा करना चाहिए। यदि आप इस कमी से जूझते हैं तो आप में मिर्गी के दौरे आ सकते हैं।

मिर्गी के मरीज के लिए सुपरफूड्स : Superfoods for epilepsy patients

मैग्नीशियम

मैग्नीशियम नर्व ट्रांसमिशन और मसल्स के सिकुड़ने को कंट्रोल करने में मदद करता है। यदि आप में इसकी कमी है तो इसके लिए आप पालक, नट्स, बीज और दालें अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।

विटामिन बी6

जब विटामिन बी6 की कमी होती है तो मिर्गी (epilepsy) के दौरे आ सकते हैं ऐसे में आपको विटामिन बी6 युक्त खाद्य पदार्थ लेने चाहिए। उसके लिए आप अपनी डाइट में केले, चने, आलू शामिल कर सकते हैं।

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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