Lemon water for liver: लिवर को हेल्थी रखना बेहद जरूरी है, ऐसे में क्या नींबू पानी का सेवन सच में लिवर के हेल्थ को तंदुरुस्त रख सकता है? आइए जानते हैं इस आर्टिकल के जरिए।
Lemon water for liver: आजकल के लाइफस्टाइल और खानपान को देखते हुए अपने शरीर को फिट रखना जरूरी है, ऐसे में लिवर का ख्याल रखना बहुत जरूरी है। क्योंकि लिवर ब्लड को फिल्टर कर के टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है और शरीर को फिट रखने में मदद करता है। कई लोगों का सवाल होता है, लिवर को हेल्दी रखने के क्या उपाय हैं? अगर आप भी अपने लिवर को हेल्दी रखना चाहते हैं, तो आपके लिए नींबू पानी का सेवन फायदेमंद हो सकता है, जो लिवर को डिटॉक्स करता है।
नींबू पानी, जो ताजे नींबू के रस को पानी में मिलाकर तैयार किया जाता है, शरीर के लिए एक फायदेमंद ड्रिंक है, खासकर लिवर के लिए। नींबू में विटामिन C अधिक मात्रा में पाया जाता है, जो एक एंटीऑक्सीडेंट है और शरीर की इम्युनिटी को बूस्ट करता है। इसके अलावा, इसमें साइट्रस फ्लेवोनोइड्स होते हैं, जो सूजन को कम करने और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाने वाले यौगिक होते हैं। नींबू में मौजूद साइट्रिक एसिड पाचन क्रिया को सुधारने और किडनी स्टोन बनने की संभावना को कम करने में सहायक हो सकता है।
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नींबू में मौजूद विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स लिवर को डिटॉक्स करने में मदद कर सकते हैं। अगर आप रोजाना गुनगुने पानी में नींबू मिलाकर पीते हैं, तो यह लिवर की सफाई में सहायक हो सकता है। इसके साथ ही यह आपके डाइजेस्टिव सिस्टम को भी दुरुस्त बनाए रख सकता है।
नींबू पानी पीने का सबसे उपयुक्त समय सुबह का होता है, खासतौर पर खाली पेट। सुबह एक गिलास गुनगुने पानी में नींबू मिलाकर पीना काफी फायदेमंद माना जाता है।
हालांकि, इसकी मात्रा का ध्यान रखना जरूरी है। अत्यधिक नींबू पानी का सेवन करने से पेट में जलन या एसिडिटी की समस्या हो सकती है, क्योंकि नींबू में प्राकृतिक रूप से एसिड मौजूद होता है। इसके अलावा, जरूरत से ज्यादा सेवन करने पर एसिड रिफ्लक्स जैसी परेशानियां भी हो सकती हैं। इसलिए सीमित मात्रा में और सही समय पर नींबू पानी का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।