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Ozempic News: वजन घटाने वाली ओजेम्पिक दवा को भारत में मिली मंजूरी, यूज करने से पहले जानिए ये 8 जरूरी बातें

Ozempic For Weight Loss: वजन घटाने की मशहूर दवा 'Ozempic' को आखिरकार भारत में औपचारिक मंजूरी मिल गई है। अब यह दवा भारतीय बाजार में भी वजन प्रबंधन और टाइप-2 डायबिटीज कंट्रोल के लिए उपलब्ध होगी। हालांकि, इसे इस्तेमाल करने से पहले आपको कुछ जरूरी बातों को जानना बेहद जरूरी है।

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Oct 02, 2025
ओजेम्पिक दवा को भारत में मिली मंजूरी। (Image Source: Ozempic)

Ozempic Weight Loss Drug: टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए डिजाइन किए गए, हफते में एक बार दिए जाने वाले इंजेक्शन, ओजेम्पिक (सेमाग्लूटाइड) के इस्तेमाल को भारत में आधिकारिक तौर पर मंजूरी दे दी है। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) क अनुसार, इस दवा ने ना केवल डायबिटीज प्रबंधन के लिए, बल्कि वजन घटाने के प्रभावों के लिए भी दुनियाभर में सुर्खियां बटोरी हैं।

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ओजेम्पिक क्या है?

ओजेम्पिक, सेमाग्लूटाइड का ब्रांड नाम है, जो जीएलपी - 1 रिसेप्टर एनालॉग्स नामक दवाओं के एक वर्ग का हिस्सा है। एएनआई के अनुसार, सेमाग्लूटाइड इंजेक्शन (ओजेम्पिक) अपर्याप्त रूप से नियंत्रित टाइप 2 डायबिटीज से ग्रस्त लोगों के उपचार के लिए सहायक है। सीधे शब्दों में कहें तो, यह शरीर में एक प्राकृतिक हार्मोन की नकल करता है और ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। सप्ताह में एक बार दिया जाने वाला यह उत्पाद स्वस्थ आहार और शारीरिक गतिविधि के पूरक के रूप में डिजाइन किया गया है। मधुमेह के अलावा, इसने वजन प्रबंधन में भी मदद की है, जिससे यह दोनों स्थितियों से जूझ रहे लोगों के लिए एक अनूठा विकल्प बन गया है।

कैसे काम करता है ओजेम्पिक

ओजेम्पिक ब्लड शुगर बढ़ने पर इंसुलिन उत्पादन को बढ़ाता है।
ग्लूकागन स्राव को कम करता है, जो लिवर से अनावश्यक शुगर के बहाव को रोकता है।
गैस्ट्रिक खाली होने की प्रक्रिया को धीमा कर देता है, जिससे लोगों को लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस करने में मदद मिलती है।

ओजेम्पिक के बारे में जानें 8 जरूरी बातें

  • ब्लड शुगर के लेवल को स्थिर बनाए रखने में मदद करता है, जिससे डायबिटीज की परेशानियां कम होती हैं।
  • अध्ययनों से पता चलता है कि यह प्रमुख हृदय संबंधी समस्याओं के जोखिम को कम करता है, जो मधुमेह से पीड़ित भारतीय रोगियों के लिए एक प्रमुख चिंता का विषय है।
  • प्रारंभिक अध्ययनों से फैटी लिवर के लिए लाभ का पता चलता है, जो शहरी आबादी में एक आम समस्या है।
  • यह लालसा को नियंत्रित करके और स्वस्थ खान-पान की आदतों को बनाए रखने में मदद करके जीवनशैली में सुधार लाने में सहायक हो सकती है।
  • इन सबके अलावा इसके कुछ जोखिम भी हैं, जैसे मतली, उल्टी, या पेट खराब होना।
  • पैंक्रियाटाइटिस और गॉलब्लैडर की थैली संबंधी समस्याओं का खतरा।
  • कुछ उपयोगकर्ताओं में गुर्दे संबंधी परेशानियों का जिक्र भी किया है।
  • कुछ मामलों में मनोदशा में परिवर्तन या चिंता भी हो सकती है।

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