Aadhaar Card Safety Tips: कहीं आपके आधार कार्ड का मिसयूज तो नहीं हो रहा? UIDAI ने सुरक्षा के लिए बताए 5 टिप्स। मास्क्ड आधार और बायोमेट्रिक लॉक जैसे फीचर्स का इस्तेमाल कर फ्रॉड से बचें।
Aadhaar Card Safety Tips: आज के दौर में आधार कार्ड सिर्फ एक कागज का टुकड़ा नहीं रह गया है, बल्कि यह हमारी डिजिटल पहचान बन चुका है। बैंक में खाता खुलवाना हो, नया सिम कार्ड लेना हो या फिर किसी होटल में चेक-इन करना हो बिना आधार के कोई काम नहीं होता है। लेकिन, यही सुविधा अब एक बड़ी मुसीबत भी बनती जा रही है।
जरा सोचिए, अगर आपका आधार नंबर किसी गलत आदमी के हाथ लग जाए तो क्या होगा? सीधा सा जवाब है आपके बैंक खाते में जमा मेहनत की कमाई साफ हो सकती है। इसी खतरे को देखते हुए आधार जारी करने वाली संस्था UIDAI ने अब लोगों को अलर्ट किया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (X) पर साफ कहा है कि अगर आप सावधानी नहीं बरतेंगे, तो साइबर ठगों का शिकार बन सकते हैं।
अच्छी बात यह है कि UIDAI ने खुद सुरक्षा के 5 ऐसे मंत्र दिए हैं, जिन्हें अपनाकर आप किसी भी तरह की धोखाधड़ी से बच सकते हैं। आइए आसान भाषा में समझते हैं कि आपको क्या करना चाहिए।
सबसे पहली और बड़ी गलती हम अक्सर यही करते हैं। फोन बजता है, उधर से कोई मीठी बातों में उलझाता है और हम फ्लो में आकर ओटीपी बता देते हैं। याद रखिए, अगर कोई आपके आधार का गलत इस्तेमाल करने की कोशिश करेगा, तो आपके आधार से लिंक मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी जरूर आएगा। यह ओटीपी आपके लिए सुरक्षा कवच है। इसे किसी के साथ शेयर न करें, चाहे सामने वाला खुद को बैंक अधिकारी ही क्यों न बताए। ओटीपी नहीं देंगे, तो ठग कुछ नहीं बिगाड़ पाएंगे।
क्या आप जानते हैं कि वेरिफिकेशन के लिए हर जगह पूरा 12 अंकों वाला आधार नंबर दिखाने की जरूरत नहीं होती? UIDAI ने 'मास्क्ड आधार (Masked Aadhaar) की सुविधा दी है। यह देखने में बिल्कुल आधार जैसा होता है, लेकिन इसमें आपके आधार के शुरू के 8 अंक छिपे होते हैं, बस आखिरी के 4 अंक दिखते हैं।
यह कानूनी रूप से पूरी तरह मान्य है। इसे आप UIDAI की वेबसाइट से आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं। इससे फायदा यह होगा कि सामने वाले के पास आपका पूरा नंबर नहीं जाएगा और आपकी प्राइवेसी बनी रहेगी।
कई बार सुनने में आता है कि ठगों ने फिंगरप्रिंट क्लोन करके खाते से पैसे उड़ा लिए। इसका तोड़ भी मौजूद है। आप अपने आधार के बायोमेट्रिक्स (फिंगरप्रिंट और आंखों की पुतली का डेटा) को लॉक कर सकते हैं।
जब आपको जरूरत हो, तब अनलॉक कर लें और काम होने के बाद वापस लॉक कर दें। यह काम आप घर बैठे mAadhaar ऐप या वेबसाइट के जरिए चुटकियों में कर सकते हैं। जब बायोमेट्रिक लॉक रहेगा, तो कोई चाहकर भी आपके नाम पर वेरिफिकेशन नहीं कर पाएगा। यह एक तरह का डिजिटल ताला है।
कई बार लोग खुशी या जोश में आकर अपने डॉक्यूमेंट्स की फोटो सोशल मीडिया पर डाल देते हैं। आप यह गलती कभी न करें। आधार कार्ड में आपकी जन्मतिथि, घर का पता और आईडी नंबर जैसी बेहद निजी जानकारी होती है। पब्लिक डोमेन में इसे डालने का मतलब है कि आप खुद धोखेबाजों को अपने घर का दरवाजा खोलकर बुला रहे हैं। इसे अपने तक ही सीमित रखें।
तमाम सावधानियों के बावजूद अगर आपको लगता है कि आपके साथ फ्रॉड हुआ है या आधार का गलत इस्तेमाल हो रहा है, तो घबराएं नहीं। सरकार ने इसके लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। आप तुरंत 1947 (UIDAI हेल्पलाइन) पर कॉल कर सकते हैं। इसके अलावा, साइबर फ्रॉड की शिकायत के लिए 1930 डायल करें। आप अपनी शिकायत help@uidai.gov.in पर ईमेल भी कर सकते हैं।
थोड़ी सी समझदारी और ये 5 कदम आपको और आपके परिवार को बड़े आर्थिक नुकसान से बचा सकते हैं।