YouTube Earning: अब पुराने धुंधले वीडियो भी करेंगे कमाई! यूट्यूब के 5 फीचर्स बदल देंगे गेम। जानें कैसे AI की मदद से आपके व्यूज और पैसा दोनों बढ़ेंगे।
YouTube Earning: अगर आप यूट्यूबर हैं और दिन-रात कंटेंट बनाने में लगे रहते हैं, तो ये खबर आपके चेहरे पर मुस्कान ला सकती है। अक्सर होता है न कि हमारे पास कंटेंट तो दमदार होता है, लेकिन वीडियो की क्वालिटी खराब होने की वजह से लोग उसे देखते नहीं? या फिर पुराना वीडियो जिसे आपने सालों पहले अपलोड किया था, वो अब चैनल के किसी कोने में धूल फांक रहा है?
फिक्र छोड़ दीजिए। YouTube ने अब कुछ ऐसा कर दिया है जिसे क्रिएटर्स के लिए किसी लॉटरी से कम नहीं कहा जा सकता। कंपनी ने 5 ऐसे फीचर्स का ऐलान किया है जो न सिर्फ आपके वीडियो को चकाचक कर देंगे, बल्कि आपकी कमाई बढ़ाने के रास्ते भी खोल देंगे।
सबसे दिलचस्प बात ये है कि अब टीवी पर यूट्यूब देखने वाले दर्शकों (जो भारत में 7.5 करोड़ से ज्यादा हैं) को ध्यान में रखकर ये बदलाव किए गए हैं। चलिए, आसान भाषा में समझते हैं कि ये 5 फीचर्स आपकी जेब कैसे भरेंगे।
मान लीजिए आपने 4 साल पहले कोई वीडियो बनाया था। कंटेंट तो अच्छा था, लेकिन कैमरा हल्का था इसलिए वीडियो धुंधला (SD Quality) है। आज के दौर में कोई भी धुंधला वीडियो नहीं देखना चाहता।
यही पर यूट्यूब का नया जादू काम आएगा। यूट्यूब एक नया AI टूल ला रहा है। यह टूल आपके पुराने, कम रेजोल्यूशन वाले वीडियो को अपने आप अपस्केल कर देगा। यानी, आपका पुराना धुंधला वीडियो अपने आप HD या 4K क्वालिटी जैसा साफ हो जाएगा। इसका सीधा फायदा ये है कि आपका रद्दी हो चुका पुराना कंटेंट फिर से नया दिखेगा। उसे टीवी की बड़ी स्क्रीन पर भी साफ देखा जा सकेगा, मतलब पुराने वीडियो पर फिर से व्यूज और विज्ञापन आने शुरू हो जाएंगे।
यूट्यूब की दुनिया का एक ही उसूल है जो दिखता है, वो बिकता है। अगर थंबनेल अच्छा नहीं है, तो कोई क्लिक नहीं करेगा। टीवी जैसी बड़ी स्क्रीन पर छोटे साइज के थंबनेल अक्सर फटे-फटे दिखते थे।
इसे सुधारने के लिए यूट्यूब ने थंबनेल की लिमिट बढ़ा दी है। अब आप 2MB नहीं, बल्कि 50MB तक का हाई-क्वालिटी थंबनेल अपलोड कर सकेंगे। जब टीवी की 50 इंच की स्क्रीन पर आपका थंबनेल किसी वेब-सीरीज के पोस्टर जैसा चमकेगा, तो दर्शक उस पर क्लिक करने से खुद को रोक नहीं पाएगा। ज्यादा क्लिक (CTR) का मतलब है ज्यादा व्यूज और ज्यादा कमाई।
यह फीचर उन क्रिएटर्स के लिए गेमचेंजर है जो गैजेट रिव्यू, फैशन या ब्यूटी टिप्स वाले वीडियो बनाते हैं। अब तक लोग वीडियो देखते थे और प्रोडक्ट ढूंढने के लिए अलग से अमेजन या फ्लिपकार्ट खोलते थे।
अब टीवी स्क्रीन पर ही वीडियो के साथ एक QR कोड आएगा। दर्शक सोफे पर बैठे-बैठे अपने फोन से कोड स्कैन करेगा और सीधे प्रोडक्ट खरीदने वाले पेज पर पहुंच जाएगा। अगर आप एफिलिएट मार्केटिंग (Affiliate Marketing) करते हैं, तो आपकी चांदी होने वाली है। दर्शक के लिए खरीदना आसान हो गया है, तो जाहिर है आपकी सेल और कमीशन दोनों बढ़ेंगे।
टीवी के रिमोट से टाइप करना या बार-बार बटन दबाना बड़ा सिरदर्द होता है। इसलिए यूट्यूब ने ऑटो-प्ले प्रिव्यू शुरू किया है। जैसे ही कोई दर्शक आपके वीडियो के थंबनेल पर रुकेगा, वीडियो का एक छोटा हिस्सा अपने आप चलने लगेगा।
यह आपके लिए हुक का काम करेगा। अगर आपके वीडियो की शुरुआत दमदार है, तो दर्शक वहीं फंस जाएगा और पूरा वीडियो देखेगा। इसलिए अब वीडियो के पहले 10-15 सेकंड सबसे ज्यादा जानदार बनाएं।
अक्सर ऐसा होता है कि दर्शक आपके चैनल पर आता है, कुछ सर्च करता है और यूट्यूब उसे किसी और क्रिएटर का वीडियो दिखा देता है। इससे आपका नुकसान होता है।
अब यूट्यूब ने इसे बदल दिया है। अगर कोई आपके चैनल पेज पर जाकर कुछ खोजता है, तो उसे सिर्फ आपके ही वीडियो सबसे ऊपर दिखेंगे। इससे दर्शक ज्यादा देर तक आपके चैनल पर टिकेगा। वो एक के बाद दूसरा वीडियो देखेगा, जिससे आपका 'वॉच टाइम' बढ़ेगा और चैनल की ग्रोथ तेजी से होगी।
कुल-मिलाकर, बात ये है कि यूट्यूब अब सिर्फ मोबाइल ऐप तक सीमित नहीं है। वो आपके लिविंग रूम के टीवी पर कब्जा जमा रहा है। अगर आप स्मार्ट क्रिएटर हैं, तो इन फीचर्स का इस्तेमाल करके अपने पुराने कंटेंट को नया बनाइए और टीवी वाली ऑडियंस को टारगेट कीजिए। पैसा खुद-ब-खुद बनेगा।