Clove Side Effects: लौंग खाने के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, लेकिन कभी-कभी अधिक सेवन से कुछ स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं, खासकर गर्मियों में। तो आइए जानते हैं गर्मियों में अधिक लौंग के सेवन से होने वाले स्वास्थ्य नुकसान। (Side Effects Of Eating Clove)
Clove Side Effects: लौंग एक खुशबूदार मसाला है, जिसका इस्तेमाल भारतीय रसोई में स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ कई घरेलू इलाजों में भी किया जाता है। लेकिन अगर इसका उपयोग सीमित मात्रा में न हो तो यह शरीर पर नकारात्मक असर डाल सकता है। गर्मियों में खासकर इसका अधिक सेवन शरीर की गर्मी बढ़ा सकता है क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है और कुछ लोगों को इससे एलर्जी, चक्कर आना, या त्वचा में जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। तो आइए जानते हैं कि गर्मियों में ज्यादा लौंग खाने से कौन-कौन सी समस्याएं हो सकती हैं।
कुछ लोगों को लौंग से एलर्जी हो सकती है। अगर किसी व्यक्ति का शरीर लौंग में मौजूद तत्वों को सहन नहीं कर पाता, तो उसे चक्कर आना, सांस लेने में कठिनाई, त्वचा पर चकत्ते या सूजन जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी होता है।
लौंग में एक सक्रिय तत्व होता है जिसे यूजेनॉल कहा जाता है। यह तत्व सीमित मात्रा में लाभकारी होता है, लेकिन ज्यादा मात्रा में इसके सेवन से लिवर पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। इससे पेट में दर्द, जी मिचलाना और उल्टी जैसी समस्याएं हो सकती हैं, खासकर अगर पहले से ही लिवर से जुड़ी कोई बीमारी हो।
लौंग की तासीर गर्म होती है, और इसमें मौजूद तेज रसायनों के कारण कुछ लोगों को त्वचा से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। इसका अधिक सेवन या लौंग का तेल सीधे त्वचा पर लगाने से एलर्जी, चकत्ते, जलन या खुजली जैसी प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं। खासकर जिनकी त्वचा संवेदनशील होती है, उन्हें लौंग का उपयोग सावधानी से करना चाहिए।
लौंग का सेवन ब्लड शुगर को कम कर सकता है, जो आमतौर पर डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है। लेकिन अगर इसका अधिक मात्रा में सेवन किया जाए या साथ में ब्लड शुगर कंट्रोल की दवाएं ली जा रही हों, तो ब्लड शुगर बहुत ज्यादा गिर सकता है। इससे चक्कर आना, कमजोरी या बेहोशी जैसे लक्षण हो सकते हैं। इसलिए डायबिटीज़ के मरीजों को लौंग का सेवन डॉक्टर की सलाह से ही करना चाहिए।
लौंग में यूजेनॉल नामक तत्व होता है, जो प्राकृतिक रूप से खून को पतला करने में मदद करता है। हालांकि, अगर इसका सेवन जरूरत से ज्यादा हो जाए, तो यह खून के थक्के बनने की प्रक्रिया को धीमा कर सकता है। इससे शरीर में चोट लगने या सर्जरी के समय अधिक खून बहने का खतरा होता है। खासकर उन लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए जो पहले से खून पतला करने वाली दवाएं ले रहे हैं।
-लौंग का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए, खासकर गर्मियों में।
-लौंग का तेल त्वचा पर लगाने से पहले इसे पतला करना चाहिए और एक छोटे से हिस्से पर परीक्षण करना चाहिए।
-गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को लौंग का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
-बच्चों को लौंग का सेवन नहीं कराना चाहिए, क्योंकि इससे उन्हें गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।