Dahi In Bhado Month: भादो के मौसम में दही और छाछ का सेवन कई लोग करते हैं। ऐसे में क्या आप जानते हैं कि क्या इसका सेवन सेहत के लिए वाकई फायदेमंद है? आइए, एक्सपर्ट से जानते हैं कि भादो के मौसम में दही और छाछ का सेवन हमारे लिए लाभकारी होगा या नहीं।
Dahi In Bhado Month: बेहतर सेहत के लिए दही और छाछ दोनों ही बहुत लाभकारी माना जाता है क्योंकि दही में पाए जाने वाले अच्छे बैक्टीरिया हमारे पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद होते हैं। साथ ही इसमें कैल्शियम भी होता है जो हड्डियों को मजबूत बनाता है। लेकिन भादो के मौसम में मानसून की गर्मी और उमस के साथ आता है जिससे खाने-पीने की आदतें भी प्रभावित होती हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या भादो के मौसम में दही और छाछ का सेवन फायदेमंद है या नहीं। इस संदर्भ में हमने डॉ. अर्जुन राज (आयुर्वेदिक चिकित्सक) से बात की। उन्होंने इसके बारे में पूरी जानकारी दी। आइए, जानते हैं कि भादो के मौसम में दही और छाछ का सेवन हमारे लिए लाभकारी होगा या नहीं।
भादो का महीना वर्षा ऋतु के अंत का समय होता है, जब वातावरण में अत्यधिक नमी और उमस बनी रहती है। ऐसे मौसम में खान-पान को लेकर विशेष सावधानी बरतनी चाहिए, खासकर जब बात दही जैसे दुग्ध उत्पादों की हो।
आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. अर्जुन राज के अनुसार, भादो के महीने में दही और छाछ का सेवन नहीं करना चाहिए। उनका कहना है कि इस मौसम में दही में बैक्टीरिया तेजी से बढ़ते हैं, जो हमारे पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इससे गैस, अपच, और यहां तक कि सर्दी-जुकाम जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।आयुर्वेद के अनुसार, दही की तासीर ठंडी होती है और भादो के महीने में इसका सेवन शरीर में कफ बढ़ा सकता है। वातावरण में मौजूद नमी इस प्रभाव को और भी बढ़ा देती है, जिससे सर्दी-खांसी या पाचन संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं।
अगर आपको दही खाने की आदत है या इसकी तासीर के लाभ चाहिए, तो दही की बजाय छाछ या मट्ठे का सेवन करना बेहतर रहेगा।छाछ की तासीर हल्की और पचने में आसान होती है। इसमें मौजूद प्रोबायोटिक्स पेट के लिए फायदेमंद होते हैं और यह पाचन को बेहतर बनाता है।