Ginger Water Side Effects: आजकल हर कोई अपनी डेली डाइट में अदरक पानी को शामिल कर रहा है।लेकिन हर चीज का अधिक सेवन नुकसान का कारण भी बन सकता है, खासकर कुछ खास स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए।
Ginger Water Side Effects: अदरक सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। आयुर्वेद में इसे औषधीय गुणों से भरपूर माना गया है। यह पाचन को हेल्दी रखने से लेकर इम्युनिटी बढ़ाने तक में काफी असरदार है। आजकल हर कोई अपनी डेली डाइट में अदरक पानी को शामिल कर रहा है।लेकिन हर चीज का अधिक सेवन नुकसान का कारण भी बन सकता है, खासकर कुछ खास स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए। इस लेख में जानेंगे कि अदरक पानी का सेवन किन स्वास्थ्य समस्याओं में करने से परहेज करना चाहिए।
अदरक में मौजूद तत्व कभी-कभी एसिड रिफ्लक्स को ट्रिगर कर देते हैं। ऐसे में सीने में जलन यानी हार्टबर्न की समस्या बढ़ सकती है। खासतौर पर जिन लोगों को पहले से ही गैस्ट्रिक या हार्ट से जुड़ी समस्या है, उन्हें सावधानी बरतनी चाहिए।
अदरक का पानी ब्लड शुगर को कम करने में मदद करता है, लेकिन जिन लोगों का शुगर लेवल पहले से ही लो रहता है, उनके लिए यह खतरनाक हो सकता है। ऐसी स्थिति में हाइपोग्लाइसीमिया (खून में शुगर का असामान्य रूप से गिरना) का खतरा बढ़ जाता है।
सुबह-सुबह खाली पेट अदरक का पानी पीना हर किसी के लिए फायदेमंद नहीं होता। कुछ लोगों को इससे उल्टी, मिचली या पेट में ऐंठन जैसी परेशानी हो सकती है।
अदरक में खून को पतला करने वाले गुण पाए जाते हैं। यह रक्त प्रवाह को तो तेज करता है, लेकिन जिन लोगों का ब्लड प्रेशर पहले से ही कम है, उनके लिए यह नुकसानदायक साबित हो सकता है।
अगर आप पहले से ब्लड थिनर दवाएं ले रहे हैं और उसके साथ अदरक का पानी भी पी रहे हैं, तो यह शरीर में रक्त जमने की प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है। इसलिए इस स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूरी है।
अदरक, डायबिटीज और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों में ली जाने वाली दवाओं के साथ रिएक्ट कर सकता है। इससे दवा का असर कम या ज्यादा हो सकता है, जो सेहत के लिए जोखिम भरा हो सकता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।