उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इंडियन एक्सप्रेस की 100 सबसे शक्तिशाली भारतीयों की सूची में छठा स्थान मिला है। उन्होंने अपने ही सीनियर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पीछे छोड़ दिया है। उनकी लोकप्रियता और सख्त प्रशासनिक शैली ने उन्हें "ब्रांड योगी" बना दिया है।
Yogi Adityanath Top 10 Leader : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रभाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इसका सबसे बड़ा प्रमाण इंडियन एक्सप्रेस की '100 सबसे शक्तिशाली भारतीयों' की सूची में उनका छठा स्थान प्राप्त करना है। खास बात यह है कि उन्होंने इस लिस्ट में अपने ही पार्टी के वरिष्ठ नेता और देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पीछे छोड़ दिया है। आइए जानते हैं, किन वजहों से योगी आदित्यनाथ को इस सूची में इतनी ऊंची रैंकिंग मिली है।
इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में उल्लेख किया कि योगी आदित्यनाथ अब केवल उत्तर प्रदेश तक सीमित नहीं हैं, बल्कि उनका प्रभाव पूरे देश में फैल चुका है। ‘ब्रांड योगी’ की नकल न केवल भाजपा के अन्य मुख्यमंत्रियों ने की है, बल्कि विपक्षी दलों के नेताओं ने भी उनकी कार्यशैली को अपनाने की कोशिश की है।
योगी आदित्यनाथ की पहचान एक सख्त प्रशासक के रूप में बनी है। उनकी कार्यशैली की सबसे बड़ी खासियत यह है कि वह निर्णय लेने में देर नहीं करते और बिना किसी दबाव के सख्त फैसले लेते हैं। उनकी इस छवि ने उन्हें भाजपा के सबसे बड़े स्टार प्रचारकों में से एक बना दिया है। यही वजह है कि चुनावी राज्यों में उनकी मांग लगातार बनी रहती है।
योगी आदित्यनाथ के बुलडोजर न्याय की नीति ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर एक अलग पहचान दिलाई है। अवैध संपत्तियों पर कार्रवाई और अपराधियों के खिलाफ कड़ी नीति अपनाने के कारण कई अन्य राज्यों ने भी उनकी रणनीति को अपनाया। खासकर, बुलडोजर नीति की नकल मध्य प्रदेश, गुजरात और असम जैसे राज्यों में भी देखने को मिली।
प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए योगी सरकार ने एंटी-रोमियो स्क्वॉड का गठन किया था, जो अब पूरे देश में एक मॉडल बन गया है। इस पहल की वजह से उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में कमी देखने को मिली है। अन्य राज्य भी इस मॉडल को अपनाने पर विचार कर रहे हैं।
योगी आदित्यनाथ की एक और खासियत यह है कि वह सुबह जल्दी उठकर दिन की शुरुआत करते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, वह अधिकारियों के कार्यालय पहुंचने से पहले ही कई अखबार पढ़ चुके होते हैं और प्रदेश की हर छोटी-बड़ी घटना पर नजर रखते हैं। इससे उन्हें प्रशासन पर मजबूत पकड़ बनाने में मदद मिलती है।
योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वह भाजपा के सबसे प्रभावी प्रचारकों में से एक बन चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों में विभिन्न राज्यों के चुनावों में उनकी मांग काफी बढ़ी है। 2017 के बाद से, भाजपा ने उन्हें पश्चिम बंगाल, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, कर्नाटक और अन्य राज्यों में प्रचार के लिए भेजा है।
इंडियन एक्सप्रेस की सूची में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सातवें स्थान पर रखा गया है, जबकि योगी आदित्यनाथ को छठा स्थान मिला है। इसके पीछे कई कारण माने जा रहे हैं।
योगी आदित्यनाथ का छठे स्थान पर आना यह दर्शाता है कि उन्होंने उत्तर प्रदेश में अपनी मजबूत पकड़ बना ली है और अब राष्ट्रीय स्तर पर भी उनकी लोकप्रियता बढ़ रही है। वह भाजपा के सबसे बड़े और प्रभावशाली नेताओं में से एक के रूप में उभर रहे हैं। इंडियन एक्सप्रेस की यह लिस्ट इस बात का प्रमाण है कि योगी आदित्यनाथ अब केवल उत्तर प्रदेश तक सीमित नहीं हैं, बल्कि पूरे देश में उनकी कार्यशैली और फैसले चर्चा का विषय बन चुके हैं।