Maharashtra Politics : शरद पवार ने संघ की तारीफ की है, इस पर बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने कुछ ऐसा कह दिया, जिससे राज्य में राजनीतिक उथल-पुथल की अटकलों को बल मिल गया है।
महाराष्ट्र की राजनीति में बड़े उलटफेर के संकेत मिल रहे है। सूबे की सियासत में विधानसभा चुनाव के बाद नई सियासी इबारत लिखी जा सकती है। दरअसल ऐसा इसलिए क्योंकि हाल के घटनाक्रमों को देखे तो बीजेपी से उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT) के बीच करीबियां बढ़ने लगी है। उद्धव सेना ने तो राज्य के निकाय चुनाव में अकेले लड़ने का ऐलान कर दिया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन के अस्तित्व पर भी सवाल उठाए हैं। दूसरी ओर शिवसेना (यूबीटी) खुलकर सीएम देवेंद्र फडणवीस की तारीफ कर रही है।
पिछले महीने शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने आज नागपुर में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की। जबकि आदित्य ठाकरे तो फडणवीस से कई बार मिल चुके है। हाल ही में ‘सामना’ में लेख लिखकर फडणवीस के काम की खूब तारीफ की गई।
शिवसेना (यूबीटी) विधायक आदित्य ठाकरे ने गुरुवार को सीएम फडणवीस से मुलाकात की। इसके बाद उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ने कहा, “हमने मुख्यमंत्री से बातचीत और विनती की है कि जो ‘वॉटर फोर ऑल’ योजना है जिसे हम लेकर आए थे… उस पर वे वापस अमल करें… हमने पहले भी कहा है कि अच्छे कामों में हम सत्ता पक्ष का साथ देंगे… जनता के कामों के लिए साथ आना जरूरी है।”
इस बीच, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने गुरुवार को पार्टी कार्यकारिणी की बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की सराहना की। वरिष्ठ नेता ने कहा कि संघ की वजह से ही लोकसभा में पस्त हुई महायुति को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में शानदार जीत मिली।
पवार ने आरएसएस के काम करने के तरीके और संघ के सदस्यों के निस्वार्थ समर्पण की जमकर तारीफ की। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आरएसएस कैडर संगठन की विचारधारा के प्रति कड़ी निष्ठा रखता है। हमारे पास भी ऐसा कैडर बेस होना चाहिए जो छत्रपति शाहू महाराज, महात्मा फुले, अंबेडकर और यशवंतराव चव्हाण की विचारधारा के लिए प्रतिबद्ध हो।
महाराष्ट्र की राजनीति में बड़े बदलाव के संकेत के बीच शनिवार को शरद पवार ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से फोन पर बात की। दोनों नेताओं ने राज्य के वर्तमान हालात पर चर्चा की। रिपोर्ट के मुताबिक, शरद पवार और देवेंद्र फडणवीस के बीच बीड के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या और परभणी हिंसा को लेकर चर्चा हुई. पवार ने कहा कि भले ही राजनीतिक विचार अलग हैं, लेकिन महाराष्ट्र को शांतिपूर्ण बनाए रखने की जिम्मेदारी हम सबकी है। शरद पवार ने कहा कि यह अकेले मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी नहीं है। दोनों नेताओं के बीच 15 मिनट तक बातचीत होने की खबर है।
उधर, शरद पवार द्वारा आरएसएस की तारीफ करने पर फडणवीस ने कुछ ऐसा कह दिया, जिससे राज्य में राजनीतिक उथल-पुथल की अटकलों को और बल मिल गया। उन्होंने पवार को चाणक्य कहा और संघ को राष्ट्र निर्माण करने वाली शक्ति बताया।
शरद पवार की संघ की तारीफ करने के बाद सीएम फडणवीस के बयान ने उन अटकलों को हवा दे दी कि एनसीपी फिर से एक होकर एनडीए में शामिल हो सकती है। नागपुर में एक कार्यक्रम में फडणवीस ने शरद पवार और उनके भतीजे अजित पवार की एनसीपी के एक होने के सवाल पर कहा कि 2019 से 2024 तक जो घटनाएं घटी हैं, उससे मुझे समझ आया है कि कुछ भी नामुमकिन नहीं है, राजनीति में कुछ भी हो सकता है। राजनीतिक परिस्थितियां किसे और कहां ले जाएंगी, कुछ कहा नहीं जा सकता।