नारायणपुर

CG Naxal Attack: IED ब्लास्ट में ग्रामीण की मौके पर मौत, 5-5 किलो के 4 बम बरामद

CG Naxal Attack: सुरक्षा बलों ने कच्चापाल-कुतुल मुय मार्ग जंगल पर 5 किलो से अधिक वजन वाले 4 आईईडी को खोजकर सुरक्षात्मक मानकों का पालन करते हुए आईईडी को निष्क्रिय किया गया।

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CG Naxal Attack: नक्सलियों द्वारा सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के नीयत से क्षेत्र में आईईडी को प्लांट कर टारगेट किया जा रहा है। लेंकिन आईईडी के चपेट में क्षेत्र के ग्रामीण, मवेशी एवं अन्य जीव आ रहे है। इसकी बांनगी अबूझमाड़ के अलग-अलग जगह पर देखने को मिली। इसमें नक्सल विरोधी अभियान पर गट्टाकाल क्षेत्र में गये सुरक्षा बलों जवानों को वापसी दौरान नुकसान पहुंचाने के नीयत से आईईडी प्लांट किया गया था।

इससे शुक्रवार को प्रेसर आईईडी के चपेट में आने से 3-3 ग्रामीण घायल हुए थे। जिसमें से एक ग्रामीण मोहन जुर्री की मृत्यु हो गई और अन्य 2 घायलों के बारे में जानकारी लिया जा रहा है। इसके साथ ही आईईडी विस्फोट से एक मवेशी गंभीर रूप से घायल हुआ था।

CG Naxal Attack: नक्सलियों की कायराना हरकत

पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने इन घटनाओं को देखते हुए क्षेत्र के ग्रामीणों से अपील किया गया कि क्षेत्र में आईईडी की जानकारी मिलने पर तत्काल पुलिस को सूचना देवें। ताकि समय रहते आईईडी को निकाला जा सके जिससे सुरक्षा बल, ग्रामीणों, विकास कार्य कर्मचारियों, शासकीय सेवकों, एवं वन्य प्राणी को जान माल की हानि होने से बचाया जा सकें। आईईडी की सही जानकारी देने जब्त करवाने वाले व्यक्तियों को 5 हजार रुपए तक की राशि इनाम में दी जाएगी एवं पहचान गुप्त रखी जाएगी।

पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार द्वारा नक्सलियों के कायराना हरकत से आईईडी विस्फोट की घटना से हो रहे नुकसान को देखते हुए क्षेत्र में आईईडी खोजने के लिए बीडीएस टीम को अगल-अलग क्षेत्रों में भेजा जा रहा है। इससे नक्सलियों के द्वारा लगाये गये आईईडी को बरामद कराया जा रहा। इससे जिला नारायणपुर क्षेत्रान्तर्गत कैंप कच्चापाल से डीआरजी, बीएसएफ एवं बीडीएस के संयुक्त बल एरिया डॉमिनेशन पर कच्चापाल-तोके मार्ग एवं आसपास क्षेत्र की ओर रवाना हुए थे।

4 आईईडी को किया गया निष्क्रिय

CG Naxal Attack: सुरक्षा बलों ने कच्चापाल-कुतुल मुय मार्ग जंगल पर 5 किलो से अधिक वजन वाले 4 आईईडी को खोजकर सुरक्षात्मक मानकों का पालन करते हुए आईईडी को निष्क्रिय किया गया, जिससे सुरक्षा बलों, स्थानीय आदिवासी ग्रामीणों व विकास कार्य कर्मचारियों, मवेशी, वन्य जीव जन्तु की मौत हो सकती थी या वे गंभीर रूप से घायल हो सकते थे। इससे 15 दिन पहले इसी क्षेत्र के जंगल में एक आईईडी ब्लास्ट में दो जवान घायल हुए थे। साथ ही 15 नग कुकरु बम बरामद कर निष्क्रिय किए गए थे।

Updated on:
12 Jan 2025 11:07 am
Published on:
12 Jan 2025 11:06 am
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