पाली के जाडन गांव में करंट की चपेट में आने से एक मजदूर की मौत हो गई। ग्रामीणों ने डिस्कॉम अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई और मुआवजे की मांग की है।
पाली। शिवपुरा थाना क्षेत्र के जाडन गांव में ट्रांसफार्मर के पास नल पर पानी पीते समय करंट की चपेट में आने से एक मजदूर की मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने बताया कि जैतारण के फूलमाला निवासी पारस (32) पुत्र चंंपालाल वाडी पिछले 8-10 साल से जाडन में मजदूरी कर रहा था।
वह अन्य मजदूरों के साथ जोधपुर रोड पर एक ट्रांसफार्मर के पास नल पर हाथ-मुंह धो रहा था। तभी करंट की चपेट में आने से वह जमीन पर गिर गया। अन्य मजदूरों व ग्रामीणों ने उसे बांगड़ अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाया। इसके बाद मृतक के परिजनों के साथ काफी संख्या में लोग वहां जमा हो गए।
ग्रामीणों ने डिस्कॉम पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि 24 नवंबर से घटनास्थल पर ट्रांसफार्मर के तार खुले पड़े हैं। एईएन, जेईएन और लाइनमैन को कई बार शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके चलते मजदूर पारस की करंट की चपेट में आने से मौत हो गई। विरोध में मृतक के परिजनों व ग्रामीणों ने कलक्ट्रेट पहुंचकर जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा।
उन्होंने दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने और मृतक के परिजनों को मुआवजा दिलाने की मांग की। मृतक के बड़े भाई राजूराम की रिपोर्ट पर जाडन डिस्कॉम के एईएन अजय माथुर, जेईएन विकास कुमार मालवीय, लाइनमैन भवानीसिंह, जेठाराम व अन्य कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।
मृतक के परिजनों ने बताया कि पारस की 11 साल की एक बच्ची है। वह मजदूरी कर अपनी पत्नी और बच्ची का भरण-पोषण करता था। डिस्कॉम की लापरवाही से पारस की मौत हो गई और बच्ची के सिर से पिता का साया उठ गया।
डिस्कॉम के दोषी अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज होने और जिला प्रशासन की समझाइश के बाद मृतक के परिजन व ग्रामीण शव उठाने को तैयार हुए। इसके बाद मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम करवाया गया।