MP tourism: दुनिया भर में दिखेगा एमपी का नया चेहरा, ैतिहासिक कार्यक्रम 'मध्य प्रदेश ट्रैवल मार्ट 2025 से बदलने वाली है एमपी की तस्वीर, जानें क्या रहा खास, कैसे बदलने वाला है एमपी का रूप रंग
MP Tourism: संजना कुमार@patrika.com: भारत का दिल कहा जाने वाला मध्य प्रदेश अब एमपी ही नहीं बल्कि भारतीय और वैश्विक टूरिज्म की नई इबारत लिखने जा रहा है। 11 अक्टूबर को शुरू हुए तीन दिवसीय ट्रैवल मार्ट 2025 का आज अंतिम दिन है। लेकिन इन तीन दिनों में ट्रैवल मार्ट ने जैसे दुनिया जीत ली है। बता दें कि प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने देश के पहले सबसे बड़े ट्रैवल मार्ट (Madhya Pradesh Travel Mart 2025) का कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (मिंटो हॉल) में शनिवार को शुभारंभ किया था। इस ट्रैवल मार्ट में दुनिया भर के सैकड़ो टूर ऑपरेटर पहुंचे। राज्य सरकार और फिक्की (FICCI) के संयुक्त आयोजन में बॉलीवुड की मशहूर हस्तियां पहुंचीं। आज सोमवार को इस ऐतिहासिक आयोजन का अंतिम दिन है। समापन अवसर पर patrika.com पर जानें ये ऐतिहासिक आयोजन कैसे बदल कर रख देगा मध्य प्रदेश टूरिज्म की तस्वीर (MP Tourism)… कैसे खास रहा Madhya Pradesh Travel Mart 2025...
तीन दिन तक चलने वाले इस आयोजन को लेकर सीएम मोहन यादव पहले ही कह चुके हैं कि अब मध्यप्रदेश बारत का दिल नहीं, बल्कि विश्व पर्यटन के दिल में भी अपनी धड़कन दर्ज कराएगा। चूंकि इस ट्रैवल मार्ट की थीम 'दिल से घूमो इंडिया' रखी गई थी। ये थीम एमपी टूरिज्म को सिर्फ एंटरटेनमेंट से नहीं बल्कि नए अनुभव, संस्कृति और रोजगार से जोड़ती है।
इस आयोजन की सबसे बड़ी खासियत रही है कि इसमें टूरिज्म से जुड़ी हर शाखा को एक साथ जोड़ा गया है। इनमें फिल्म टूरिज्म, वेडिंग टूरिज्म, वेलनेस और नेचर टूरिज्म, जंगल सफारी और हेरिटेडज टूरिज्म को भी इसमें शामिल किया। यानी टूरिज्म की पूरी दुनिया एक ही छत के नीचे आ गई।
MICE (मीटिंग, इंसेंटिव, कॉन्फ्रेंस और एक्जिबिशन) टूरिज्म का कॉन्सेप्ट लेकर आई एमपी सरकार का बिजनेस टू बिजनेस मीटिंग फॉर्मूला जबरदस्त काम कर गया। इस आयोजन में 700 से ज्यादा प्रतिनिधि शामिल हुए, 355 देशी-विदेशी टूरिज्म कंपनियां शामिल हुईं, तो 27 देशों के डेलिगेट्स ने हिस्सा लिया। करीब 4000 से ज्यादा बिजनेस टू बिजनेस मीटिंग आयोजित की गईं। ताकि राज्य की पर्यटन परियोजनाओं में अंतरराष्ट्रीय निवेश को बढ़ावा मिल सके।
इस बार का मध्य प्रदेश ट्रैवल मार्ट 2025 फोकस केवल पारम्परिक टूरिज्म नहीं रहा, बल्कि फिल्म टूरिज्म के कारण और भी खास बन गया। इस सत्र में बताया गया कि कैसे पिछले पांच सालों में सतना से खजुराहो तक फिल्म शूटिंग से टूरिज्म में 34 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। मध्य प्रदेश फिल्म पॉलिसी की इम्पैक्ट रिपोर्ट जारी की गई। इस रिपोर्ट में बताया गया कि जिसमें यह बताया गया है कि फिल्मों के माध्यम से राज्य की प्राकृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है। मध्य प्रदेश ट्रैवल मार्ट ने जीता बॉलीवुड का दिल- एक क्लिक पर यहां पढ़ें पूरी खबर…
मध्य प्रदेश के इस ऐतिहासिक आयोजन में विरासत और विकास का मेल नजर आया। ट्रैवल मार्ट में कई बड़े समझौते किए गए। एमपी टूरिज्म डिपार्टमेंट (MP Tourism) और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के बीच MoU साइन किया गया। इससे राज्य के स्मारकों, मंदिरों और हेरिटेज साइट्स के संरक्षण के साथ ही आसपास के क्षेत्रों में इंफ्रास्ट्रक्चर विकास कार्य शुरू होंगे। ताकि यहां वैश्विक स्तर की सुविधाएं विकसित की जा सकें।
इस ट्रैवल मार्ट में अब तक करीब 4000 करोड़ के निवेश प्रस्ताव आए हैं। ये रिसॉर्ट, इको टूरिज्म, एडवेंचर टूरिज्म, फिल्म प्रोडक्शन क्षेत्रों के निवेश हैं।
मध्य प्रदेश के प्रमुख टूरिज्म(MP Tourism) प्लेसेस और टाइगर रिजर्व के साथ ही नेशनल पार्क को भी जोड़ने के लिए हेलिकॉप्टर सेवाएं शुरू की जा रही हैं। इससे जमीन के साथ ही आसमान से भी सैर-सपाटा करने की तैयारी कर ली है। टूरिस्ट का सफर अब रोमांच से भरपूर होगा।
इस आयोजन के साथ मोहन सरकार टूरिज्म (MP Tourism) की दिशा में एक और नया कॉन्सेप्ट लाई है। FAM Trips का। इस आयोजन में टूरिज्म विभाग की ओर से FAM Trip आयोजित की गईं। इनमें विदेशी टूर ऑपरेटर्स और मीडिया पर्सन को राज्य के अलग-अलग हिस्सों का एक्सपीरियंस भी कराया गया है। वे खजुराहो, पन्ना, इंदौर, मांडू, भेड़ाघाट और पचमढ़ी जैसे टूरिस्ट प्लेस पर विजिट कर रहे हैं। इसका उद्देश्य केवल इतना है कि ये ऑपरेटर्स और मीडिया पर्सन एमपी टूरिज्म को अपने देश में प्रमोट कर सकें।
राजधानी भोपाल में आयोजित देश का सबसे बड़ा और ऐतिहासिकमध्य प्रदेश ट्रैवल मार्ट 2025 न सिर्फ बिजनेस मीटिंग बल्कि संस्कृति का भी शानदार प्रतीक बनकर उभरा। लोकनृत्य, पारंपरिक संगीत, हस्तशिल्प और प्रदर्शनियां इसके यादगार किस्से बन गए हैं। और बात करें एमपी के ट्रेडिशनल स्वाद की, तो 'टेस्ट ऑफ एमपी' फूड फेस्टिवल ने इस आयोजन में चार चांद लगा दिए। इसके साथ ही हेरिटेज नाइट कार्यक्रम में गोंड कला, बघेली लोक गीतों का जादू यहां आने वाले हर मेहमान के दिल में उतर गया।
कुल मिलाकर मध्य प्रदेश के ऐतिहासिक आयोजन को यहां आयोजित किए गए कार्यक्रमों ने बिजनेस ही नहीं बल्कि लोक कला, संस्कृति और स्वाद में डूबा हुआ एक वैश्विक मंच बना दिया।