CG Weather Update: रायगढ़ जिले में उत्तर दिशा से चल रही ठंडी और शुष्क हवाओं के कारण तापमान में लगातार गिरावट आ रही है। रात का पारा 13 डिग्री तक पहुंच गया है।
CG Weather Update: रायगढ़ जिले में विगत तीन-चार दिन से उत्तर दिशा से आने वाली ठंडी और शुष्क हवा के आगमन से ठंड लगतार बढ़ रहा है। इससे देर रात तक शहर का तापमान 13 डिग्री तक पहुंच रहा है। इसका असर लोगों के सेहत पर भी इसका असर दिखाई दे रहा है। इन दिनों तेज बुखार से पीड़ित मरीजों को भर्ती करने की स्थिति बन जा रही है।
जिले में विगत तीन-चार दिनों से लगातार तापमान में गिरावट आ रही है। इसके पीछे कारण यह है कि इन दिनों उत्तर दिशा से ठंडी और शुष्क हवा का लगातार आगमन हो रहा है। इसके न्यूनतम तापमान में गिरावट की स्थिति बनी हुई है। रात के 12 बजे के बाद से शहर का तापमान 12 से 13 डिग्री तक पहुंच जा रहा है, जिससे सुबह के समय मार्निंग वॉक पर जाने वाले लोग ठंड को देखते हुए देर से गार्डन व पार्क में पहुंच रहे हैं।
साथ ही ठिठुरन ज्यादा होने के कारण स्कूल जाने वाले बच्चे व पालकों को भी अब दिक्कत होने लगी है। मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर दिशा से लगातार शुष्क हवा के आगमन के चलते फिलहाल मौसम शुष्क रहेगा। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों व पठार क्षेत्रो में शीतलहर भी शुरू हो गई है। इसके चलते लोग शाम होते ही घरों में दुबकने को मजबूर हो रहे हैं। वहीं अचानक मौसम में बदलाव होने के कारण इसका असर अब लोगों के सेहत पर भी पड़ने लगा है, इससे सर्दी-बुखार से लोग पीड़ित होकर अस्पताल पहुंचने लगे हैं।
इस संबंध में डाक्टरों का कहना है कि एकाएक ठंड बढ़ने के कारण लोगों के सेहत पर असर पड़ रहा है। इससे ज्यादातर मरीज सर्दी-खांसी व बुखार से पीड़ित होकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। जिससे इनको स्वस्थ होने में चार से पांच दिन का समय लग जा रहा है। साथ ही डाक्टरों का कहना है कि इन दिनों बुजुर्ग व बच्चों को ठंड से ज्यादा बचाने की जरूरत है। क्योंकि ठंड के चलते बीपी, शुगर के मरीजों को लकवा का भी खतरा ज्यादा रहता है। जिससे बीपी, शुगर के मरीजों को ठंड से बचना बेहद जरूरी है। साथ ही बच्चों में निमोनिया का भी खतरा बढ़ गया है, जिससे बच्चों को गर्म कपड़ों से पुरी तरह से ढंक कर रखना चाहिए, ताकि शरीर में ठंड प्रवेश न करें।
CG Weather Update: जिले में जब से ठंड बढ़ी है तब से अस्पतालों में ओपीडी की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। ऐसे में जिला अस्पताल में जहां पहले 300 से 350 तक ओपीडी पहुंचता था, वहीं इन दिनों 400 के पार पहुंच रहा है। वहीं इन मरीजों में ज्यादातर सर्दी- बुखार के मरीज पहुंच रहे हैं, जिसे ओपीडी जांच के बाद कुछ मरीजों को तो दवा देकर छोड़ा जा रहा है, लेकिन गंभीर मरीजों को भर्ती करने की स्थिति बन रही है। इसके चलते इन दिनों अस्पताल के वार्ड में हर दिन चार से पांच मरीज भर्ती हो रहे हैं, इससे वार्ड मरीजों से अटा पड़ा है, जिसे चार-से पांच दिन उपचार के बाद ही छुट्टी मिल रही है।
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