Chhattisgarh Cold Wave: जिले में कड़ाके की ठंड बढ़ी, रात का तापमान 11 डिग्री तक गिरा। शाम होते ही ठिठुरन शुरू, चौक-चौराहों पर अलाव व्यवस्था नहीं होने से लोग परेशान।
Chhattisgarh Cold Wave: जिले में विगत सप्ताहभर से लगातार ठंड बढ़ रहा है, इसके चलते दिन के समय तो 28 से 29 डिग्री तक तापमान रहता है, लेकिन रात होते ही गिरावट शुरू हो जा रही है, इससे अब विगत तीन-चार दिनों से रात में न्यूनतम तापमान 11 डिग्री तक पहुंच जा रहा है। रात में सफर करने वाले यात्री ठंड से परेशान हो रहे हैं, लेकिन अभी तक शहर के चौक-चौराहों पर अलाव की व्यवस्था नहीं हो पाई है।
उल्लेखनीय है कि मौसम में नमी के मात्रा लगभग खत्म हो गया है, इसके चलते उत्तर दिशा से ठंडी व शुष्क हवा का लगातार आगमन होने से न्यूनतम तापमान में गिरावट आ रही है। इससे शाम होते ही ठंड शुरू हो जा रही है और देर रात तक ठिठुरन भी आना शुरू हो गई है, लेकिन दिन के समय अभी भी गर्माहट का अहसास हो रहा है।
ऐसे में मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल मौसम शुष्क रहने की संभावना है। जिसके चलते फिलहाल लगातार तापमान में गिरावट आने की संभावना है। ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि सप्ताहभर के अंदर जिले में अच्छी-खासी ठंड शुरू हो जाएगी। हालांकि शाम होते ही लोग शॉल-स्वेटर का उपयोग करते नजर आ रहे हैं।
वहीं विशेषज्ञों की मानें तो अगर लगातार उत्तर दिशा से शुष्क हवाओं का आगमन होता रहा है तो अन्य सालों की अपेक्षा इस साल ठंड ज्यादा पडे़गी। वहीं सुबह के समय भी कड़कडाती ठंड होने से स्कूल जाने वाले बच्चों को भी दिक्कते होेने लगी है। इससे अब ज्यादातर बच्चे भी सर्दी-बुखार के चपेट में आने लगे हैं, जिसको देखते हुए अब स्कूल के समय में भी बदलाव की मांग होने लगी है।
Chhattisgarh Cold Wave: जिले में ठंड बढ़ते ही शहर के चौक-चौराहों में गर्म कपड़ों का बाजार सज गया है। जिससे बिक्री भी अच्छी खासी शुरू हो गई है। शहर के चक्रधरनगर चौक में इस बार तिब्बतियों द्वारा बड़ी संख्या में गर्म कपड़ों की दुकान लगाई गई है।
लगातार ठंड बढ़ रही है। इसके बाद भी अभी तक नगर निगम द्वारा शहर के चौक-चौराहों पर अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है। इससे कई जगह देखने को मिल रहा है कि लोग पेपर व पुठा जलाकर ठंड दूर करने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं सबसे ज्यादा दिक्कत बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन में होती है, क्योंकि इन जगहों पर हर हमेशा लोगों की भीड़ रहती है, ऐसे में अगर इन दोनों जगहों पर अलाव की व्यवस्था हो जाती तो यात्रियों को काफी राहत मिलती।