Azam Khan News: सपा नेता आजम खां और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम के दो पैन कार्ड वाले मामले में एमपी-एमएलए कोर्ट आज फैसला सुना सकती है। छह साल पुराने इस केस में दोनों पक्षों की बहस पूरी हो चुकी है।
Two pan card case: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां और उनके परिवार से जुड़े बहुचर्चित दो पैन कार्ड मामले में आज एमपी-एमएलए कोर्ट फैसला सुना सकती है। इस मामले पर न सिर्फ सपा कार्यकर्ताओं की निगाहें टिकी हैं, बल्कि विरोधी दल भी इस फैसले पर पूरी नजर बनाए हुए हैं। लंबे समय से चल रहे इस केस में दोनों पक्षों की बहस पूरी हो चुकी है और अब कोर्ट के फैसले का इंतजार है। यह फैसला तय करेगा कि आजम खां और उनके परिवार को राहत मिलेगी या उनकी मुसीबतें एक बार फिर बढ़ेंगी।
यह मामला छह वर्ष पहले शुरू हुआ था, जब भाजपा के शहर विधायक आकाश सक्सेना ने सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन में एक शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि अब्दुल्ला आजम ने दो अलग-अलग जन्मतिथियों के आधार पर दो पैन कार्ड बनवाए। शिकायत के अनुसार, एक पैन कार्ड में जन्म तिथि 1 जनवरी 1993 दर्ज है, जबकि दूसरे में 30 सितंबर 1990 की जन्मतिथि दर्ज है। आरोप यह भी है कि इन दस्तावेज़ों का न सिर्फ गलत आधार पर निर्माण किया गया, बल्कि उन्हें उपयोग में भी लाया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने विस्तृत जांच की और आरोप पत्र अदालत में प्रस्तुत किया, जिसमें आजम खां को भी आरोपी बनाया गया है।
मामला वर्तमान में एमपी-एमएलए मजिस्ट्रेट कोर्ट में विचाराधीन है, जहां पिछली सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों की बहस पूरी हो चुकी है। तर्क-वितर्क समाप्त होने के बाद अदालत ने सोमवार का दिन निर्णय के लिए निर्धारित किया है। आजम खां के लिए यह फैसला बेहद अहम माना जा रहा है, क्योंकि इससे यह स्पष्ट होगा कि उनके राजनीतिक और कानूनी रास्ते में आगे चुनौतियाँ बढ़ेंगी या राहत के दरवाजे खुलेंगे। राजनीतिक हलकों में भी इस फैसले को लेकर चर्चाएं तेज हैं और सभी की नजरें कोर्ट के निर्णय पर टिकी हुई हैं।