सिरोही जिले के किसानों के लिए राहत की खबर है, यहां 700 मैट्रिक टन यूरिया की नई खेप पहुंचने के बाद वितरण शुरू कर दिया गया है। इसी सप्ताह 650 मैट्रिक टन और यूरिया आने की उम्मीद है, जिससे किल्लत दूर होने की संभावना है।
सिरोही। यूरिया खाद की किल्लत से जूझ रहे जिले के किसानों के लिए राहत की खबर है। किसानों को यूरिया उपलब्ध करवाने के लिए जिले में 700 मैट्रिक टन की नई खेप पहुंच गई है और वितरण भी शुरू कर दिया गया है। इसके अलावा इसी सप्ताह करीब 650 मैट्रिक टन यूरिया की नई खेप और आने की उम्मीद है।
कृषि विभाग के अनुसार इस साल जिले में करीब 79,935 हेक्टेयर क्षेत्र में रबी फसलों की बुवाई की गई है। फसलों की ग्रोथ के लिए अब यूरिया की जरूरत है, लेकिन किसानों को समय पर यूरिया उपलब्ध नहीं होने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। सोसायटियों में सुबह से शाम तक कृषकों की कतारें लग रही हैं। अब यूरिया उपलब्ध होने से किसानों को राहत मिलेगी।
जिला कृषि विभाग की ओर से रबी सीजन में कुल 18,200 मैट्रिक टन यूरिया की मांग थी और अब तक 7,440 मैट्रिक टन की आपूर्ति हो पाई है। यूरिया की देखरेख के लिए पांच नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं, जो फसल के विभिन्न चरणों में खाद की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे। विभाग के अनुसार फरवरी 2026 तक यूरिया की नियमित आवक जारी रहेगी।
जिले में नई खेप स्वरूपगंज, भावरी, रोहिड़ा, भीमाना, कोदरला, कोजरा, काछोली, माडवाड़ा देव, आबूरोड, आमथला, देलदर, किवरली, मूंगथला, बांट, सोरड़ा, दत्ताणी, डबाणी, रायपुर, मडिया, मेर माण्डवाड़ा, भूतगांव, पालड़ी एम, भाटकड़ा, कैलाशनगर, पोसालिया, अरठवाड़ा, अजारी, बिकनवास और मंडार सहकारी समितियों में यूरिया की आपूर्ति की जा रही है।
खाद की मॉनिटरिंग व देखरेख के लिए पन्नालाल चौधरी को सिरोही, प्रदीप सिंह राठौड़ को पिण्डवाड़ा, राकेश को आबूरोड, नाथूसिंह को शिवगंज और विक्रम सिंह को रेवदर का प्रभारी नियुक्त किया है।
सिरोही में 700 मैट्रिक टन यूरिया की आपूर्ति हो गई है और इसी सप्ताह 650 मैट्रिक टन की आवक और होगी। इससे अब जिले में यूरिया की किल्लत नहीं होगी। उर्वरकों का वितरण विभागीय अधिकारियों की निगरानी में हो रहा है। इसके साथ ही जिले में एक नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है, ताकि उर्वरक वितरण की सही तरीके से मॉनिटरिंग की जा सके।