एसआईआर अभियान में गणना फार्म भरने के लिए पहचान दस्तावेज मांगने पर कई प्रेम विवाह करने वाली महिलाएं मायके से संपर्क कर रही हैं। लेकिन नाराज परिजन सहयोग नहीं कर रहे। प्रशासन ने प्राथमिक चरण में दस्तावेज जरूरी न बताते हुए सभी को फॉर्म भरने की अपील की है।
उदयपुर: प्रेम विवाह करने वाली महिलाओं को मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान ने मायके की याद दिला दी है। प्रेम विवाह के कारण बरसों पहले मायका छूट गया था। ऐसी महिलाओं को माता-पिता की पहचान के दस्तावेजों के लिए अब मायका याद आ रहा है।
कई प्रेमी जोड़ों के लिए एसआईआर ने मुश्किलें भी बढ़ा दी है। क्योंकि, प्रेम विवाह के बाद मायके से रिश्ता-नाता टूट गया था। नाराज परिजन जानकारी देने से पीछे हट रहे हैं। ऐसे में विवाहिताओं के सामने गणना फार्म भरने की मुश्किल खड़ी हो गई है। गणना फार्म भरने के लिए घर-घर दस्तक दे रहे बीएलओ के सामने ऐसे कई मामले सामने आ रहे हैं। हालांकि, जिला प्रशासन सभी मतदाताओं से गणना फार्म भरने की अपील कर रहा है।
प्रेम विवाह के लिए कई परिजन राजी नहीं होते तो कई लड़के-लड़कियां अपने स्तर पर ही यह फैसला कर लेते हैं। यह परिजनों को स्वीकार नहीं होता। इससे वे बेटियों से मुंह फेर लेते हैं। रिश्ते तक खत्म कर देते हैं। निवार्चन आयोग की ओर से एसआईआर अभियान में जरूरी दस्तावेज मांगे जाने से पिछले कुछ दिनों से विवाहिताएं अपने मायके से संपर्क कर रही हैं, लेकिन परिजन सहयोग नहीं कर रहे।
उनका कहना है कि अब उनकी याद क्यों आई है। हालांकि, सभी विवाहित महिलाओं को शादी से पहले का रिकॉर्ड जुटाना पड़ रहा है। लेकिन प्रेम विवाह करने वाली महिलाओं को ज्यादा परेशानी आ रही है।
उदयपुर शहर के राहुल ने वंदना से प्रेम विवाह किया था। इसके बाद से वंदना के परिवार में आना-जाना नहीं है। गणना फार्म भरने के लिए वंदना ने अपने मायके से पहचान संबंधी दस्तावेज मांगे, लेकिन उन्होंने देने से इनकार कर दिया। बीएलओ के आग्रह पर राहुल ने पत्नी और खुद का गणना फार्म भरकर जमा करा दिया।
शहर के एक क्षेत्र की निवासी रंजना (बदला नाम) ने माता-पिता की इच्छा के विरुद्ध प्रेम विवाह कर लिया था। परिजनों को जब इसकी जानकारी मिली तो वे नाराज हो गए। उन्होंने अपनी बेटी से रिश्ता-नाता तोड़ लिया। जब एसआईआर अभियान में दस्तावेजों की जरूरत पड़ी तो उन्हें अब मायका याद आया।
प्रारंभिक तौर पर किसी भी मतदाता को पहचान संबंधी दस्तावेज देने की आवश्यकता नहीं है। सभी महिला-पुरुष मतदाता अपना गणना फार्म ऑनलाइन या ऑफलाइन भरकर अवश्य जमा कराएं। बाद में जब जरूरत होगी, जिला प्रशासन हरसंभव सहयोग करेगा।
-नमित मेहता, जिला कलक्टर, उदयपुर
प्रेम विवाह करने वाली महिलाओं को मतदाता गणना फॉर्म भरने में परेशानी आ रही है। पुलिस और प्रशासन ऐसे माता-पिता की काउंसलिंग करें, जो सहयोग नहीं कर रहे। विवाहिता खुद भी दस्तावेज एकत्रित कर सकती है। इसके बाद भी परेशानी पर एफआईआर दर्ज कराई जा सकती है।
-रागिनी शर्मा, वरिष्ठ अधिवक्ता, उदयपुर