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Sunita Williams: क्या खतरे में है 18 दिनों से अंतरिक्ष में फंसी सुनीता विलियम्स की जान ?

Astronauts Stranded: इन ​दिनों देश और दुनिया में सुनी​ता विलियम्स के साथ फंसे अंतरिक्ष यात्रियों की देर से वापसी सभी जगह चर्चा और चिंता का विषय बनी हुई है।

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Jul 01, 2024
Sunita Williams(Image-Twitter)

Sunita Williams : अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन ( ISS ) से भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स की देर से वापसी चिंता का विषय नहीं है। भारत के अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) प्रमुख ने यह बात कही है।

सामान्य परिस्थितियों में काम कर रहे

इसरो प्रमुख डॉ. एस. सामंथा ने एक इंटरव्यू में कहा कि अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन लंबे समय से अंतरिक्ष यात्रियों के लिए एक सुरक्षित ठिकाना रहा है। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष स्टेशन में सिर्फ सुनीता विलियम्स ही नहीं हैं, बल्कि 9 अंतरिक्ष यात्री भी हैं जो सामान्य परिस्थितियों में वहां काम कर रहे हैं।

बोइंग स्टारलाइनर

गौरतलब है कि प्रसिद्ध अमरीकी कंपनी "बोइंग" के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में सवार दो अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में फंस गए थे। इसरो प्रमुख डॉ. एस. सामंथा के मुताबिक, ''इन सभी को एक दिन वापस आना है और पूरा मामला बोइंग स्टारलाइनर नामक एक नए मॉड्यूल के परीक्षण के बारे में है।

एक सुरक्षित स्थान

वहां पहुंचने और फिर सुरक्षित वापस आने की उनकी क्षमता. ग्राउंड लॉन्च क्रू के पास उन्हें घर वापस लाने की पर्याप्त क्षमताएं हैं। यह समस्या नहीं है। आईएसएस लंबे समय तक रहने के लिए एक सुरक्षित स्थान है।

सुनीता विलियम्स पर गर्व

डॉ. एस सामन्था ने कहा कि इसरो को सुनीता विलियम्स के साहस और बहादुरी पर गर्व है। हम सभी को उन पर गर्व है। उनके नाम कई मिशन हैं। किसी नये अंतरिक्ष यान की पहली उड़ान में यात्रा करना साहस का काम है। वह स्वयं डिज़ाइन टीम का हिस्सा हैं और अपने अनुभव से प्राप्त ज्ञान का उपयोग करती हैं।

अंतरिक्ष यान के निर्माण में योगदान

उन्होंने कहा कि हम स्टाफ के लिए एक मॉड्यूल भी बना रहे हैं। हमारे पास भी अनुभव है, लेकिन उनके पास हमसे ज्यादा अनुभव है। उन्होंने कहा कि सुनीता विलियम्स इस अनुभव से और अधिक सीखेंगी और अंतरिक्ष यान के निर्माण में योगदान देंगी।

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