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करतारपुर साहिब से लौटे श्रद्धालुओं ने साझा की यात्रा की सुनहरी यादें, जानिए किसने कया कहा?…

locationअमृतसरPublished: Nov 10, 2019 07:36:44 pm

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Prateek

डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा भारत-पाकिस्तान के बीच कई मुद्दे हैं। उन्हें उम्मीद जताई कि (Kartarpur Corridor) कॉरिडोर हमारे (Gurdwara Darbar Sahib Kartarpur) संबंध को सामान्य बनाने के लिए एक अच्छी शुरुआत साबित होगा…

Kartarpur Corridor, Gurdwara Darbar Sahib Kartarpur

करतारपुर साहिब से लौटे श्रद्धालुओं ने साझा की यात्रा की सुनहरी यादें

(अमृतसर): करतारपुर कॉरिडोर होते हुए शनिवार को पाकिस्तान के करतारपुर साहिब के दर्शन के लिए गए श्रद्धालुओं का जत्था वापस भारत लौट आया है। सभी श्रद्धालुओं ने अपनी सुनहरी यादों को साझा किया। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह व पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि बाबा नानक तीर्थ स्थली दर्शन दीदार करके मन बहुत खुश हुआ। उम्मीद है कि यह कॉरिडोर शांति का कॉरिडोर बनेगा। यह दोनों देशों की एक अच्छी शुरुआत है।


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डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा भारत-पाकिस्तान के बीच कई मुद्दे हैं। उन्हें उम्मीद जताई कि कॉरिडोर हमारे संबंध को सामान्य बनाने के लिए एक अच्छी शुरुआत साबित होगा। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि यह वास्तव में एक अच्छा अनुभव था। उन्हें उम्मीद है कि अंत में कॉरिडोर दोनों देशों के बीच शांति का गलियारा जरूर बन जाएगा। करतारपुर कॉरिडोर के रास्ते पाक जाने वाले 550 तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल, हरदीप पुरी, पूर्व उपमुख्यमंत्री व शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल, अभिनेता व सांसद सनी देओल के अलावा पंजाब के सांसद और विधायक शामिल हुए।

 

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एसजीपीसी की ओर से गए इस जत्थे का नेतृत्व श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह कर रहे थे। जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने वापस आने के बाद कहा कि करतारपुर साहब जाकर जीवन धन्य हो गया इस जीवन की यही इच्छा थी कि इस जीवन का यह सबसे बड़ी उपलब्धि थी जो मेरे समय में करतारपुर साहिब का रास्ता खुला और मैंने जत्थे का नेतृत्व किया और दरबार साहब जाकर करतारपुर साहब के दर्शन किए। हम दोनों देशों की सलामती की अरदास करके आए हैं। यह रास्ता अमन और शांति का रास्ता बने यह हमारी अरदास है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानियों ने भी बड़ी गर्मजोशी के साथ जत्थे का स्वागत किया।

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