
SCO के मंच पर पाकिस्तान की जोरदार धुलाई, मोदी नीति पर सभी एकजुट
बिश्केक। किर्गिस्तान ( Kyrgyzstan ) की राजधानी बिश्केक ( Bishkek ) में आयोजित शंघाई शिखर सम्मेलन ( Shanghai Cooperation Organisation ) का समापन सदस्य देशों की एक साझा घोषणा के साथ शुक्रवार शाम को हुआ। सभी देशों ने एक स्वर में आतंकवाद की कड़ी निंदा की और उससे लड़ने के लिए मिलकर काम करने पर सहमति जताई।
भारत ने आतंकवाद के मुद्दे को इस मंच पर प्रमुखता से रखा और सभी देशों को एक साथ मिलकर इसके खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए आह्वान किया। SCO के सदस्य देशों ने 21 दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए हैं।
भारत की चिंता पर SCO देश एकमत
शंघाई सहयोग संगठन के राज्य परिषद के प्रमुखों के बिश्केक साझा घोषणा पत्र के मुताबिक, किसी भी रूप में आतंकवाद और उग्रवाद को सही नहीं ठहराया जा सकता है।
घोषणा पत्र में यह भी कहा गया है कि आतंकवादी प्रवृत्ति और आतंकवाद पर चरमपंथी विचारधारा के प्रसार, इंटरनेट पर विदेशी आतंकवादियों की वापसी, सामूहिक विनाश के हथियारों के प्रसार आदि को लेकर बढ़ती चुनौतियों व सुरक्षा खतरे को दिखते हुए वैश्विक समुदाय का ध्यान, निकट समन्वय और रचनात्मक सहयोग की जरूरत है।
इसको लेकर घोषणापत्र में सभी SCO सदस्यों ने कहा कि वे अपने सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में आतंकवाद की निंदा करता है।
साझा घोषणा में यह भी कहा गया है कि संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतर्राष्ट्रीय कानून के सिद्धांत पर बिना किसी राजनीति या दौहरा मापदंड अपनाए सभी देशों की संप्रभुता और स्वतंत्रता का आदर करते हुए समर्थन करेंगे।
आतंकवाद पर पाकिस्तान की धुलाई
भारत ने आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान की जमकर धुलाई की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19वें SCO शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए पाक का नाम लिए बिना जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आतंकवाद का समर्थन करने वाले देशों की पहचान करने की जरूरत है।
मोदी ने कहा कि जो भी देश आतंकवाद का समर्थन करते हैं या उनकी मदद पर्दे के पीछे करते हैं उनको बेनकाब करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि हमें आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक साथ आना चाहिए।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से दूरी बनाए रखी। सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी ने इमरान खान को नजरअंदाज कर साफ संकेत दे दिया कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकता है।
पीएम मोदी ने न तो इमरान खान से हाथ मिलाया और न ही कोई वार्ता की। गुरुवार की रात्रिभोज के समय भी मोदी ने इमरान खान को भाव नहीं दिया।
पाकिस्तान ने उम्मीद जताई थी कि भारत बिश्केक में वार्ता के लिए रास्ता खोलेगा। इमरान खान ने बिश्केक रवाना होने से पहले यह संकेत देने की कोशिश की थी की पाकिस्तान भारत के साथ वार्ता करना चाहता है और आगे बढ़ना चाहता है।
इमरान खान ने बिश्केक में भारत के साथ बातचीत की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा कि अपने क्षेत्र में शांति व स्थिरता के लिए भारत-पाक को सभी मतभेदों को सुलझाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और साथ में मिलकर आगे बढ़ना चाहिए।
2020 में रूस में होगी बैठक
बिश्केक में सभी सदस्य देशों ने अगली SCO की अगली बैठक के लिए एकमत से रूस पर सहमति जताई। SCO की अगली बैठक 2020 में रूस की अध्यक्षता में चेलियाबिंस्क शहर में 22 और 23 जुलाई को होगी।
SCO चीन के नेतृत्व वाला 8 सदस्यीय आर्थिक और सुरक्षा संगठन है। इसके आठ स्थाई सदस्य हैं, जिसमें चीन, भारत, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान है। भारत और पाकिस्तान 2017 में स्थाई सदस्य बने थे।
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Updated on:
15 Jun 2019 10:55 am
Published on:
14 Jun 2019 07:48 pm
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