29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अयोध्या दीपोत्सव में होगा ड्रोन शो, रामायण के दृश्यों को दिलों में उतारने की तैयारी

- पर्यटन विभाग ने मांगे टेंडर

2 min read
Google source verification
ayodhya_deepotsav.jpg

अयोध्या का दीपोत्सव

अयोध्या. दीपावली करीब आ रही है। अयोध्या में दीपोत्सव की तैयारियां शुरू हो गईं हैं। योगी सरकार का पांचवां दीपोत्सव है अत: इसे यादगार बनाने की जीतोड़ कोशिश की जा रही है। इस बार टोक्यो ओलंपिक की तरह दीपोत्सव में पांच सौ ड्रोन की मदद से ‘एरियल ड्रोन शो’ की योजना बनाई गई है। इसमें 10 से 12 मिनट तक हवाई शुरू होगा। इसी के साथ 3D होलोग्राफिक, प्रोजेक्शन मेपिंग और लेजर शो भी होगा। सरकार की मंशा है कि इस तकनीक के जरिए त्रेतायुग में भगवान राम के अयोध्या लौटने की कथा को सजीव रूप से दर्शकों के दिलों में उतार दें। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने इसके लिए टेंडर मांगे हैं।

आईआरसीटीसी शुरू करने जा रहा है चार और रामायण सर्किट ट्रेन, श्रीराम से जुड़े सभी धार्मिक स्थलों के होंगे दर्शन

पर्यटन विभाग के टेंडर में एनिमेशन की स्टोरीबोर्ड तैयार किए जाएंगे और उन्हें ड्रोन के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। सभी ड्रोन में 12 वाट का इल्यूमिनेशन लगा रहेगा। इसके लिए जरूरी एनओसी चयनित एजेंसी को लेनी होगी। पर्यटन विभाग की मंशा है कि, चयनित एजेंसी नई तकनीक और अंतरराष्ट्रीय मानकों के साथ शो दिखाए।

पूर्व निर्धारित शो होंगे :- एरियल ड्रोन शो के साथ पहले की तरह 3डी होलोग्राफिक शो के लिए 8 मिनट और थ्री-डी प्रोजेक्शन मेपिंग शो के लिए 10 मिनट का समय निर्धारित किया गया है। इसमें भगवान राम का रावण पर विजय प्राप्त कर अयोेध्या लौटने के प्रसंग का नयनभिराम दृश्य का चित्राकांन किया जाएगा। दीपोत्सव में राम की पौड़ी पर आठ मिनट का लेजर शो भी होगा।

इंटेल की फीस 2.2 करोड़ रुपए :- टोक्यो ओलंपिक में इंटेल ने इस कार्यक्रम को किया था। इंटेल पांच सौ ड्रोन शो के लिए करीब तीन लाख डॉलर यानी (2.2 करोड़) रुपए लेती है।

विज्ञापन निर्गत किया गया :- कार्यक्रम से पहले इन सभी आयोजनों के ट्रायल भी किए जाएंगे। पर्यटन निदेशालय के संयुक्त निदेशक अविनाश मिश्र ने ड्रोन शो आयोजन की पुष्टि करते हुए बताया कि इसका विज्ञापन निर्गत किया जा चुका। वहीं इसी सिलसिले में गुरुवार को शासन में उच्च स्तरीय बैठक की भी पुष्टि की।

कान्क्लेव का समापन अयोध्या में :- उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग की स्वायत्तशासी संस्था अयोध्या शोध संस्थान के तत्वावधान में 29 अगस्त से शुरू हुए रामायण कान्क्लेव का समापन भी दीपोत्सव के अवसर पर अयोध्या में ही एक नवंबर को होगा। अयोध्या से शुरू होकर प्रदेश के 16 जनपदों में अलग-अलग तिथियों में आयोजित किए जाने वाले रामायण कान्क्लेव का समापन समारोह पूर्व में राजधानी लखनऊ में निर्धारित था। जानकारी के अनुसार कार्यक्रम में परिवर्तन कर अब इसे अयोध्या में प्रस्तावित कर दिया गया है।