
घटनास्थल का निरीक्षण करती पुलिस
सुरियावा थाना क्षेत्र में प्रेमी ने अपनी प्रेमिका की हत्या कर दी। इस काम में उसके भाई ने भी मदद की। प्रेमी ने छात्रा की कनपटी पर इसलिए गोली मार दी कि उसका फोन बिजी था। पूछने पर उसने सही जवाब नहीं दिया। पुलिस ने प्रेमी और उसके भाई को गिरफ्तार कर लिया है।
11वीं में पढ़ती थी प्रेमिका
सुरियावा थाना क्षेत्र की रहने वाली प्रेमिका 11वीं की छात्रा थी। प्रेमी अरविंद विश्वकर्मा ऊंज थाना क्षेत्र के मीनापुर गांव का रहने वाला है। अरविंद हाई स्कूल तक पढ़ा है। अभी वह ट्रैक्टर चलाता है। उसका डेढ़ साल से छात्रा का प्रेम संबंध था।
घटना के समय लड़की की बहन थी मौजूद
छात्रा की बहन घटना के समय मौके पर ही थी। उसने बताया कि बुधवार की शाम से ही अरविंद छात्रा की मोबाइल पर लगातार फोन कर रहा था। छात्रा बार-बार फोन काट दे रही थी। रात में बहन ने उसका फोन उठा लिया। उस समय अरविंद ने मिलने की रिक्वेस्ट की। छात्रा ने मना कर दिया। काफी कहने पर वह राजी हो गई। छात्रा अपनी बहन के साथ अरविंद से मिलने खेत में चली गई। अरविंद भी अपने भाई के साथ वहां आ गया।
मोबाइल क्यों बिजी था पूछ आक्रामक हो गया अरविंद
छात्रा की बहन के मुताबिक पहले तो अरविंद ने बहन से अच्छे से बात की। कुछ देर बाद उसने मोबाइल बिजी आने का कारण पूछा। इसके बाद दोनों में कहासुनी हो गई। अरविंद मारपीट करने लगा। मैंने बीच बचाव की कोशिश की लेकिन अरविंद ने आपा खो दिया।
कनपटी पर तमंचा सटाकर मार दी गोली
अरविंद अपने साथ तमंचा लेकर आया था। उसने गुस्से में तमंचा निकाला और छात्रा की कनपटी पर सटाकर फायर कर दिया। छात्रा की मौके पर ही मौत हो गई। गोली मारने के बाद अरविंद और उसका भाई मौके से भाग गए। बहन ने बताया कि वह डर गई थी। भागती हुई घर आई और घरवालों को सूचना दी। उन्होंने पुलिस बुला ली। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मुठभेड़ में अरविंद और उसका भाई गिरफ्तार
पुलिस ने अरविंद की गिरफ्तारी के लिए कई टीमों का गठन किया। गुरुवार की सुबह 6 बजे बीरमपुर तिराहे के पास आरोपियों की लोकेशन मिली। वहां घेराबंदी की गई। आरोपी वहां से गुजरे तो उनको रोकने का प्रयास किया। आरोपियों ने पुलिस को देखते ही फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
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अरविंद बोला- फोने दे देती तो नहीं मारता गोली
पुलिस की पूछताछ में आरोपी अरविंद बताया कि उसने फोन देखने के लिए मांगा। उसने फोन देने से मना कर दिया। मैंने बोला किसी और से बात करती हो तो बात को टाल गई। इसके बाद मैंने तमंचा निकाला और कनपटी पर सटाकर गोली मार दी। इसके बाद वहां से भाग गया। अगर वह मोबाइल दे देती तो ऐसी नौबत नहीं आती।
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पुलिस अधीक्षक बोले-20 दिन पहले खरीदा था तमंचा
पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि अरविंद ने 20 दिन पहले मिर्जापुर से तमंचा खरीदा था। ऐसे में आशंका है कि उसने उसी वक्त हत्या की साजिश रच ली थी। अरविंद और उसके भाई सुनील विश्वकर्मा को जेल भेज दिया गया है।
Published on:
21 Jan 2023 12:56 pm
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