ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालय समय की मांग है। आज भी लोगों के घरों में शौचालय नहीं है यह एक गंभीर सामाजिक मुद्दा भी है। इस मुद्दे पर किसी ने ध्यान नहीं दिया था लेकिन जब पीएम नरेन्द्र मोदी ने शौचालय बनाने की मुहिम शुरू की तो यह सामाजिक के साथ राजनीतिक मुद्दा बन गया। बलिया के बैरिया तहसील के अठगावा गांव में शौचालय निर्माण से जुड़ी एक अनोखी कहानी सामने आयी है। यहां गांव में शौचालय नहीं था और केन्द्र वह सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार ने शौचालय निर्माण के लिए अनुदान देने की योजना भी चलायी है इसके बाद भी विश्राम पांडेय ने अपने पैसे से शौचालय बनवाया। शौचालय जब तैयार हो गया तो उसका बकायदे उद्घाटन समारोह किया गया। शौचालय की बाहर से भव्य सजावट की गयी। नगाड़ा बजवाया गया और अंत में गांव के ही बुजुर्ग व्यक्ति से इस शौचालय का फीता काट कर उद्घाटन कराया गया है। विश्राम पांडेय ने कहा कि वह चाहते तो सरकारी मदद लेकर भी शौचालय बनवा सकते थे लेकिन वह गांव के लोगों को संदेश देना चाहते कि शौचालय कितना जरूरी है। गांव की बहू व बेटी को अब शौच के लिए खुले में नहीं जाना पड़ेगा।
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बाढ़ में शौचाल न बह जाये इसलिए करायी पूजा
जिस गांव में शौचालय बनाया गया है वहां बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है। विश्राम पांडेय ने बकायदे गंगा मां की पूजा करायी है जिससे बाढ़ आने के बाद शौचालय बह न जाये। शौचालय निर्माण की जानकारी जब सभी लोगों को हुई तो सभी ने जमकर तारीफ की और कहा कि ऐसी सोच सबकी हो जाये तो देश में पूरी तरह से खुले में शौच बंद हो जायेगा।
जिस गांव में शौचालय बनाया गया है वहां बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है। विश्राम पांडेय ने बकायदे गंगा मां की पूजा करायी है जिससे बाढ़ आने के बाद शौचालय बह न जाये। शौचालय निर्माण की जानकारी जब सभी लोगों को हुई तो सभी ने जमकर तारीफ की और कहा कि ऐसी सोच सबकी हो जाये तो देश में पूरी तरह से खुले में शौच बंद हो जायेगा।