8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

शिक्षा विभाग को नहीं पता कितने स्कूलों की हुई मरम्मत, कहां काम बाकी, इधर 17 जून से खुलेंगे स्कूल

16 दिन बाद नए शिक्षण सत्र की शुरुआत होने वाली है लेकिन शिक्षा विभाग को अभी तक पता नहीं है कि आखिर कितने स्कूलों की मरम्मत हुई है, कितने की नहीं। यह वास्तविक जानकारी नहीं जुटा पाई है। लेकिन इस बार भी कई स्कूलों के विद्यार्थियों को जर्जर स्कूल भवन में बैठने को मजबूर होना पड़ेगा। क्योंकि अभी भी जिले के कई स्कूल जर्जर हैं, जिनकी मरम्मत जारी है लेकिन स्कूल खुलने से पहले पूरी तरह से बनकर तैयार होना मुश्किल लग रहा है।

2 min read
Google source verification
16 दिन बाद नए शिक्षण सत्र की शुरुआत होने वाली है लेकिन शिक्षा विभाग को अभी तक पता नहीं है कि आखिर कितने स्कूलों की मरम्मत हुई है, कितने की नहीं। यह वास्तविक जानकारी नहीं जुटा पाई है। लेकिन इस बार भी कई स्कूलों के विद्यार्थियों को जर्जर स्कूल भवन में बैठने को मजबूर होना पड़ेगा। क्योंकि अभी भी जिले के कई स्कूल जर्जर हैं, जिनकी मरम्मत जारी है लेकिन स्कूल खुलने से पहले पूरी तरह से बनकर तैयार होना मुश्किल लग रहा है।

Education News 16 दिन बाद नए शिक्षण सत्र की शुरुआत होने वाली है लेकिन शिक्षा विभाग को अभी तक पता नहीं है कि आखिर कितने स्कूलों की मरम्मत हुई है, कितने की नहीं। यह वास्तविक जानकारी नहीं जुटा पाई है। लेकिन इस बार भी कई स्कूलों के विद्यार्थियों को जर्जर स्कूल भवन में बैठने को मजबूर होना पड़ेगा। क्योंकि अभी भी जिले के कई स्कूल जर्जर हैं, जिनकी मरम्मत जारी है लेकिन स्कूल खुलने से पहले पूरी तरह से बनकर तैयार होना मुश्किल लग रहा है। बता दें कि जिला शिक्षा विभाग द्वारा जल्द से जल्द स्कूल भवनों की मरम्मत व जीर्णोद्धार का कार्य समय पर कर लेने के लिए लोक निर्माण विभाग व आरईएस विभाग से चर्चा की है। वहीं उम्मीद की जा रही है स्कूल सत्र शुरू होने से पहले तक जिन स्कूलों की मरम्मत काम करना है, उसे पूरा कर लिया जाएगा। दरअसल जिले में मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के अंतर्गत जिले के कुल 960 स्कूलों में मरम्मत का काम किया जा रहा है। दो माह पहले के आंकड़े के मुताबिक 791 स्कूलों में काम पूरा हो चुका है व बचे हुए 169 स्कूलों में काम जारी है।

डेढ़ से दो साल लग गए, अभी भी सुस्त गति से हो रहा काम

मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के तहत स्कूलों की मरम्मत के साथ छुट-पुट अन्य काम करवाए जाने हैं, जो जरूरी हैं। लेकिन यहां कुछ ऐसे स्कूल हैं, जहां यह काम डेढ़ से दो साल भी बीतने को है। ऐसे में आगे और परेशानियों का सामना स्कूली बच्चों व स्कूल प्रबंधन को उठाना पड़ सकता है। सुस्त काम की वजह से अभी तक सभी चिन्हांकित किए स्कूलों में काम पूरा नहीं हो सका है।

यह भी पढ़ें :

पारा 44 डिग्री, गर्मी की वजह से डायरिया के केस आ रहे सामने

16 जून से नए शिक्षण सत्र की होगी शुरुआत

मिली जानकारी के मुताबिक नए शिक्षण सत्र की शुरुआत 17 जून से होगी। वहीं अब लगभग एक माह का ही समय बचा हुआ है। ऐसे में अब इन बचे एक माह से पहले ही काम को पूरा करना है। ताकि समय पर स्कूल भवन की मरम्मत होने से इसका लाभ स्कूली बच्चों को भी जर्जर स्कूलों से राहत मिलेगी।

जिले के 169 स्कूलों में काम अधूरा, काम में तेजी लाने के निर्देश

जिला शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जिले में स्कूल जतन योजना अंतर्गत 960 स्कूलों का चिन्हांकन मरम्मत व अन्य कार्य के लिए किया गया था। लेकिन अभी भी 169 स्कूलों में काम पूरा नहीं हुआ है। कहा जाए कि अभी भी इन स्कूलों में काम पूरा होने में कुछ और महीनों का समय लग सकता है।

यह भी पढ़ें :

जेल की सुरक्षा ताक पर, सोलर प्लेट खराब होने से करंट झटका तार नहीं कर रहा काम

स्कूल खुलने से पहले साफ-सफाई व अन्य कार्यों में लगेगा समय

निर्माण की वजह से अभी भी कई स्कूलों में निर्माण सामग्री, वेस्ट मटेरियल स्कूलों में पड़ा हुआ है। इसकी साफ-सफाई भी कराना जरुरी है। भले ही निर्माण कर रहे लोगों व मजदूरों का कहना है कि समय पर काम पूरा कर लिया जाएगा।

जानकारी मंगाई गई है

बालोद डीईओ पीसी मरकले ने कहा कि कितने स्कूलों की मरम्मत हो चुकी है, इसकी जानकारी मंगाई गई है। जल्द से जल्द मरम्मत पूरा करने के निर्देश दिए हैं।

यह भी पढ़ें :

85 करोड़ की लागत से होगा खरखरा नहर की मरम्मत व लाइनिंग का कार्य