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Cattle smuggling: आधी रात जंगल के रास्ते झारखंड के बूचडख़ाना ले जाए जा रहे थे 110 गौवंश, पुलिस ने पकड़ा, तस्कर फरार

Cattle smuggling: गौ सेवकों व जिला पंचायत सभापति की सूचना पर पहुंची पुलिस, अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए पशु तस्कर

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9 गौवंश मुक्त (फोटो सोर्स- पत्रिका)

9 गौवंश मुक्त (फोटो सोर्स- पत्रिका)

रामानुजगंज। पशु तस्करी के खिलाफ विजयनगर चौकी पुलिस द्वारा अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की गई है। पुलिस ने 110 गौ वंशों को जंगल के रास्ते झारखंड के बूचडख़ाना (Cattle smuggling) ले जाने के दौरान गौ सेवकों एवं जिला पंचायत के सभापति बद्री यादव सहित अन्य के सहयोग से पकड़ा है। देर रात हुई पुलिस की कार्रवाई में अंधेरा का फायदा उठाते हुए पशु तस्कर मौके से फरार हो गए। विजयनगर चौकी में छतीसगढ़ कृषक पशु परीक्षण अधिनियम 4, 6 व 10 के तहत अपराध पंजीबद्घ किया गया है।

शुक्रवार की रात 12 बजे मुखबिर से विजयनगर चौकी प्रभारी अश्विनी सिंह को सूचना मिली कि बगरा जंगल के रास्ते बड़ी संख्या में गौवंशों (Cattle smuggling) को झारखंड के बूचडख़ाना ले जाया जा रहा है।

सूचना (Cattle smuggling) मिलते ही चौकी प्रभारी पुलिस बल के साथ बगरा जंगल पहुंचे। वहीं सूचना पर गौ सेवक एवं जिला पंचायत के सभापति बद्री यादव, भाजपा युवा मोर्चा के जिला महामंत्री अश्वनी सिंह के साथ मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक तस्कर वहां से अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए थे।

मौके से 110 नग गौवंशों को विजयनगर चौकी लाया गया। विजयनगर चौकी प्रभारी अश्विनी सिंह ने कहा कि अपराध पंजीबद्ध किया जा चुका है। गौ वंशों के तस्करी करने वालों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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Cattle smuggling: अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई

छत्तीसगढ़ के सरहदी क्षेत्रों से लंबे समय से गौ तस्करी (Cattle smuggling) होती रही है। कई बार पुलिस द्वारा कार्रवाई भी गौ सेवकों के मदद से की गई है, लेकिन यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।

गौ सेवकों के सहयोग से देर रात से सुबह तक पुलिस की कार्रवाई चलती रही। जंगल में अंधेरा रहने के कारण पुलिस एवं गौ सेवकों को काफी परेशानी का भी सामना करना पड़ा।