
Commits suicide
कुसमी (Balrampur). 17 वर्षीय बेटा बुधवार की रात घर लौटा तो मां ने उसे खरी-खोटी सुना दी। उसने कहा कि वह इतनी रात तक क्यों घूमता है, हम दोनों की तबीयत ठीक नहीं रहती है। मां की ये बातें बेटे (Son commits suicide) को इतनी नागवार गुजरीं कि वह वह कमरे में चला गया और भीतर से दरवाजा बंद कर लिया।
खुलवाने पर भी दरवाजा नहीं खोला तो मां पीछे के दरवाजे से कमरे में पहुंची। उसने देखा तो बेटा फांसी (Son commits suicide) पर लटक कर छटपटा रहा था। गमछा काटकर उसे नीचे उतारा गया लेकिन वहीं उसकी मौत हो गई। इकलौते बेटे की मौत से माता-पिता पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
कुसमी के वार्ड क्रमांक-9 बाजारपारा निवासी 17 वर्षीय शिवशंकर बरगाह उर्फ बुतरू पिता मनीष बरगाह ने 6वीं तक पढ़ाई की थी। वह कभी-कभार मजदूरी करता था। बुधवार की रात करीब 9.30 बजे घूम कर घर आया तो माता-पिता भोजन कर रहे थे। शिवशंकर (Son commits suicide) ने पूछा कि क्या सब्जी बनी है तो मां ने कहा कि कटहल बताया।
इस पर शिवशंकर बोला कि मुझे यह अच्छा नहीं लगता है। इस बीच मां ने उसे समझाया कि हमलोग की तबियत ठीक नहीं रहती है तुम इधर-उधर बेकार में मत घुमा करो, समय पर घर आ जाया करो।
खाना छोड़कर खुद को कमरे में कर लिया बंद
मां की बात सुनकर शिवशंकर नाराज होकर कमरे में चला गया और भीतर से दरवाजा बंद कर लिया। मां ने कई बार आवाज लगाई लेकिन दरवाजा नहीं खोला। जब वह पीछे लगे टिन के दरवाजे को किसी तरह से खोल कर भीतर घुसी तो देखा कि बेटा गमछे से फांसी (Son Suicide to hang) पर झूल कर छटपटा रहा है।
गमछे को काट कर उसे नीचे उतारा गया तब तक उसकी सांसे चल रही थी लेकिन कुछ देर में उसकी मौत हो गई। गुरुवार को मामले की सूचना कुसमी थाने में दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पीएम करवा कर परिजनों को सौप दिया है।
3 बार कर चुका था आत्महत्या का प्रयास
बताया जा रहा हैं कि शिवशंकर ने मामूली बात पर पहले भी 3 बार आत्महत्या (Suicide) का प्रयास किया था। दो बार कुएं में कूद कर तथा एक बार कलाई की नस काट ली थी। इस दौरान उसकी जान बच गई थी।
Published on:
11 Jul 2019 09:08 pm
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