कोई नहीं आया बचाव में
आरोपियों ने जैसे ही हमला किया उस समय आस पास लोगों की बहुत कम ही आवाजाही थी लेकिन वे भी युवकों के तेवर देखकर सहम गए और कोई पिता-पुत्रों को बचाने की हिम्मत नहीं कर पाया। पिता पुत्र भी निहत्थे थे। ऐसे में वे भी हमलावरों का ज्यादा प्रतिरोध नहीं कर पाए और सरिये के वार के बाद जमीन पर गिर पड़े। इससे हमलावर युवक हत्याकर आसानी से निकल लिए। एक हमलावर एक बार कार से वापस लौटा भी और जमीन पर पडी़ कोई चीज उठाकर वापस कार में जाकर बैठा।
आरोपियों ने जैसे ही हमला किया उस समय आस पास लोगों की बहुत कम ही आवाजाही थी लेकिन वे भी युवकों के तेवर देखकर सहम गए और कोई पिता-पुत्रों को बचाने की हिम्मत नहीं कर पाया। पिता पुत्र भी निहत्थे थे। ऐसे में वे भी हमलावरों का ज्यादा प्रतिरोध नहीं कर पाए और सरिये के वार के बाद जमीन पर गिर पड़े। इससे हमलावर युवक हत्याकर आसानी से निकल लिए। एक हमलावर एक बार कार से वापस लौटा भी और जमीन पर पडी़ कोई चीज उठाकर वापस कार में जाकर बैठा।
शुक्रवार रात को भी दोनों पक्षों में झगड़ा
परिजनों ने बताया कि इस विवाद को लेकर शुक्रवार की रात को जब शब्बीर मगरीब की नमाज पढऩे के लिए जा रहा था तो पन्नालाल ने स्कूटी से शब्बीर को टक्कर मारी। इसमें शब्बीर घायल हो गया। इसके बाद दोनों पक्षों के मध्य विवाद हुआ। इस पर दोनों पक्ष रात करीब आठ बजे कोतवाली थाने पहुंचे और एक-दूसरे के खिलाफ रिपोर्ट दी। इन्द्रा कॉलोनी निवासी शरीफ मोहम्मद पुत्र शब्बीर तथा केवलपुरा निवासी पन्नालाल पुत्र हीरा लाल सरगड़ा हॉस्पीटल में भर्ती हुए। झगड़े के बाद दोनों पक्षों के मध्य रात्रि के समय हॉस्पीटल में भी तू-तू मैं-मैं हुई। रात में शब्बीर दोनों बेटों के साथ घर चला गया। सुबह जब तीनों बाप-बेटे मेडिकल के लिए वार्ड की तरफ जा रहे थे तो वहां रास्ते में ही तीनों को रोककर आरोपियों ने हत्या कर दी।
परिजनों ने बताया कि इस विवाद को लेकर शुक्रवार की रात को जब शब्बीर मगरीब की नमाज पढऩे के लिए जा रहा था तो पन्नालाल ने स्कूटी से शब्बीर को टक्कर मारी। इसमें शब्बीर घायल हो गया। इसके बाद दोनों पक्षों के मध्य विवाद हुआ। इस पर दोनों पक्ष रात करीब आठ बजे कोतवाली थाने पहुंचे और एक-दूसरे के खिलाफ रिपोर्ट दी। इन्द्रा कॉलोनी निवासी शरीफ मोहम्मद पुत्र शब्बीर तथा केवलपुरा निवासी पन्नालाल पुत्र हीरा लाल सरगड़ा हॉस्पीटल में भर्ती हुए। झगड़े के बाद दोनों पक्षों के मध्य रात्रि के समय हॉस्पीटल में भी तू-तू मैं-मैं हुई। रात में शब्बीर दोनों बेटों के साथ घर चला गया। सुबह जब तीनों बाप-बेटे मेडिकल के लिए वार्ड की तरफ जा रहे थे तो वहां रास्ते में ही तीनों को रोककर आरोपियों ने हत्या कर दी।