
छात्र की मौत के बाद जुटे ग्रामीण (फोटो-पत्रिका)
बांसवाड़ा। शहर में एक निजी हॉस्टल में रहकर पढ़ रहे एक बालक की बीते दिनों तबीयत बिगड़ने के बाद गुजरात के अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मामले पर परिजनों ने इसके लिए हॉस्टल वार्डन को जिम्मेदार बताते हुए शव लाकर बवाल करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने मामले को शांत करा दिया।
जानकारी पर पुलिस ने दखल कर रात को शव सुरक्षित रखवाया तो दूसरे दिन बुधवार को आनंदपुरी क्षेत्र से आए ग्रामीण फिर अड़ गए। इसके बाद दोनों पक्षों में हुए समझौते के बाद लोग शांत हुए और शाम को पोस्टमार्टम के बाद सुपुर्दगी पर परिजन शव ले गए।
पुलिस के अनुसार टेमरन गांव का निवासी नवीन (14) पुत्र प्रेमचंद पारगी डेढ़ साल से बांसवाड़ा के आनंदपुरी इलाके में स्थित हॉस्टल में रहकर लीयो स्कूल में पढ़ रहा था। 7वीं कक्षा का छात्र नवीन छुट्टियों में घर जाने के बाद तीन दिन पूर्व ही हॉस्टल आया और अगले दिन 14 सितंबर को उसे उल्टी हुई।
इस पर हॉस्टल प्रबंधन ने उसे एमजी अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया और परिजनों को सूचना दी। फिर परिजन पहुंचे और निजी अस्पताल में इलाज कराने की बात कहकर ले गए। गुजरात में लुनावाड़ा के अस्पताल ले जाकर भर्ती कराने पर दो दिन उपचाराधीन रहने के बाद उसकी मृत्यु हो गई।
इसके बाद मृतक के परिजनों ने हॉस्टल में वार्डन की पिटाई से नवीन की हालत बिगड़ने के बाद मौत होने का आरोप लगाया और शव हॉस्टल ले जाने के प्रयास में लगे। सूचना पर सीआई बुधाराम बिश्नोई ने रात को शव एमजी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। इसके बाद बुधवार को परिजन और बागीदौरा विधायक जयकृष्ण पटेल सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण जुटे और अड़े रहे।
स्कूल प्रबंधन से समझौता होने के बाद लोग पुलिस कार्रवाई के लिए सहमत हुए। सदर सीआई बुधाराम बिश्नोई ने बताया कि मृतक के पिता वेटनरी कर्मचारी प्रेमचंद की रिपोर्ट पर पुलिस ने मर्ग दर्ज कर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के बाद शव को सौंपा गया। मामले में अग्रिम जांच जारी है।
Published on:
17 Sept 2025 09:49 pm
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