
Pramod Jain Bhaya : बारां। पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे प्रमोद जैन भाया की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही है। अंता के बाद अब मांगरोल थाने में पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रमोद जैन भाया के खिलाफ केस दर्ज हुआ है। इसके अलावा पुलिस ने मांगरोल नगर पालिका चेयरमैन कौशल सुमन, ठेकेदार अंकित बोरडिया और कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष शरद शर्मा के खिलाफ भी केस दर्ज किया है। इन सभी पर मांगरोल नगरपालिका में मिलीभगत कर निविदाओं को नियम विरुद्ध जारी करने और कूट रचित तरीके से डेढ़ करोड़ के टेंडर जारी करने का आरोप लगा है। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
मांगरोल निवासी व भाजपा के पार्षद ओम प्रकाश नागर की ओर से दर्ज कराई रिपोर्ट के अनुसार 9 अक्टूबर को आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए ऑनलाइन निविदाएं खोली गईं। आचार संहिता लगने के कारण 7 अक्टूबर की पिछली तारीख में निविदाएं निकाल दी गईं। इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
नगरपालिका के नियमों के हिसाब से 3.50 लाख से ज्यादा राशि की निविदा की समय सीमा कम से कम 15 दिन होती है, लेकिन 68 लाख और 75 लाख की निविदा सात दिन की अवधि की निकाल दी गई। अधिशासी अधिकारी के कार्यादेश दिए बिना ही चेयरमैन व पूर्व मंत्री के आदेश पर दोनों निविदाओं से मिट्टी भराई के कार्य चुनाव के दौरान ही कराए गए।
इससे पहले जनवरी में भी पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रमोद जैन भाया और अंता नगर पालिका अध्यक्ष मुस्तफ़ा खान के खिलाफ बारां जिले में धोखाधड़ी जलसाजी और अन्य आरोप को लेकर मामला दर्ज हुआ था। बीजेपी अंता शहर इकाई के अध्यक्ष रामेश्वर खंडेलवाल ने शिकायत मेंं कहा गया थ कि पिछले साल सितंबर में आचार संहिता के दौरान पूर्व मंत्री प्रमोद जैन के कहने पर नगर पालिका अध्यक्ष मुस्तफ़ा खान ने निविदाएं जारी की थी। इस मामले में 5 मार्च को सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रमोद जैन भाया की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी।
Published on:
09 Mar 2024 09:46 am
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