
बच्चों को स्कूल में बन्द कर चले गए टीचर, रो-रो कर हुआ बुरा हाल
बरेली। नवाबगंज में प्राथमिक विद्यालय रिछोला चौधरी से गैर जिम्मेदार अध्यापकों का चेहरा सामने आया है। यहां तैनात शिक्षक बच्चों को स्कूल में ही कैद कर कही चले गए। काफी देर तक ताले में कैद रहने के कारण बच्चों ने रोना बिलखना शुरू कर दिया कुछ बच्चों ने दीवार फांदने की भी कोशिश की लेकिन दीवार ऊंची होने के कारण बच्चे कूदने की हिम्मत नही जुटा पाए। बच्चों की चीख पुकार सुन कर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और पुलिस बुला ली गई जिसके बाद ताला तोड़ कर बच्चों को स्कूल से आजाद कराया गया।इसके बाद परिजनों ने हंगामा किया और एसडीएम से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।
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सभी हो गए गायब
रिछोला चौधरी गांव के प्राथमिक और जूनियर विद्यालय एक ही परिसर में संचालित होते है। प्राइमरी स्कूल में 150 बच्चे पंजीकृत है। स्कूल में प्रधानाचार्य महेश चंद्र दिवाकर, सहायक अध्यापक रितु गंगवार और शिक्षा मित्र भावना गंगवार और और किरन की तैनाती है जबकि जूनियर में 50 बच्चे है यहां इंचार्ज सुजाता और सहायक ममता तैनात है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को ममता और भावना छुट्टी पर थी।ड्यूटी पर आए शिक्षक एक एक कर स्कूल से खिसक लिए और स्कूल के मेन गेट पर ताला लगा दिया।
रोते बिलखते रहे बच्चे
ताले में कैद बच्चों ने रोना चीखना शुरू किया तो ग्रामीणों को पता चला कि स्कूल के मेन गेट पर ताला लगा जिसके बाद पुलिस को बुला लिया गया और ताला तोड़ कर बच्चों को आजाद कराया गया।
शिक्षकों ने बताया साजिश
वहीं दोनों ही स्कूलों के इंचार्ज ने इसे साजिश करार दिया है उनका कहना है कि उन्हें फंसाने की लिए साजिश की गई है।
Published on:
28 Jul 2018 06:00 pm
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