
धोरीमन्ना में चल रहा निर्माण कार्य (फोटो- पत्रिका)
बाड़मेर: धोरीमन्ना कस्बे के बीचों-बीच ऊंची पहाड़ियों में स्थित धुंधलेश्वर महादेव मंदिर वर्षों से स्थानीय श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र रहा है। अब यह प्रकृति, आस्था और पर्यटन का अनूठा संगम बनने जा रहा है, जिसके बाद धुंधलेश्वर महादेव धाम को एक नई पहचान मिलेगी।
धुंधलेश्वर क्षेत्र को टूरिज्म के रूप में विकसित करने का बड़ा काम शुरू हो गया है। बजट घोषणा में धुंधलेश्वर इको टूरिज्म साइट के लिए 56 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं।
इको-टूरिज्म साइट को विकसित करने के लिए पहाड़ी की ढलानों और चोटी पर कई नए निर्माण कार्य प्रस्तावित हैं, जिसके तहत गार्डन और ग्रीनरी डेवलपमेंट होगा। इसी के साथ अलग-अलग प्रजातियों के पौधों का प्लांटेशन भी किया जाएगा। झोपड़ियां विश्राम स्थल भी बनाए जाएंगे, जहां बैठकर लोग प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकेंगे।
चढ़ाई की शुरुआती जगह पर एक आकर्षक एंट्री गेट भी बनाया जाएगा, जो इस टूरिज्म साइट की पहचान बनेगा। धोरीमन्ना क्षेत्र का यह इलाका प्राकृतिक रूप से हमेशा आकर्षण का केंद्र रहा है, लेकिन सुविधाओं के अभाव में यह स्थान पर्यटन मानचित्र पर उभर नहीं पाया। लेकिन अब नए विकास कार्यों से यहां धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
वन विभाग की देखरेख में धुंधलेश्वर की पहाड़ी पर करीब 700 मीटर लंबी इको ट्रेल तैयार की जा रही है। जहां पहले श्रद्धालु केवल पैदल ही ऊबड़-खाबड़ चढ़ाई चढ़ पाते थे, वही रास्ता अब वाहनों के लिए विकसित किया जा रहा है। ट्रैक्टर और मशीनों की मदद से रेतीले टीले व पहाड़ी पर काटकर चौड़ा रास्ता तैयार किया जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह रास्ता बन जाने के बाद श्रद्धालुओं को पहले जैसी मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी और बुजुर्ग भी आसानी से मंदिर तक पहुंच सकेंगे।
काम शुरू होते ही धोरीमन्ना और आसपास के ग्रामीणों में खुशी की लहर है। उनका कहना है कि वर्षों से धुंधलेश्वर तक पहुंचने के लिए कठिनाइयां झेलनी पड़ती थीं। बुजुर्ग श्रद्धालु पैदल चढ़ाई नहीं कर पाते थे, कई बार लोगों को आधे रास्ते से वापस लौटना पड़ता था। लेकिन अब रास्ता बन जाने से बुजुर्गों और महिलाओं को विशेष सुविधा मिलेगी।
मंदिर तक पहुंचना बेहद आसान हो जाएगा और धार्मिक यात्रियों का आवागमन बढ़ेगा। ग्रामीणों ने कहा कि राज्य मंत्री केके बिश्नोई द्वारा धुंधलेश्वर को टूरिज्म साइट के रूप में विकसित करने की घोषणा क्षेत्र के लिए बड़ा कदम है।
पहाड़ी पर धुंधलेश्वर इको टूरिज्म साइट को विकसित किया जा रहा है, जिसके तहत 700 मीटर इको ट्रेल बनेगी। इसी के साथ एंट्री गेट, प्लांटेशन, गार्डन और झोपड़ी भी बनाई जाएगी। इस क्षेत्र को विकसित करने के लिए करीब 56 लाख रुपए खर्च होंगे।
-श्रीराम बिश्नोई, क्षेत्रीय वन अधिकारी, धोरीमन्ना
Published on:
09 Dec 2025 02:40 pm
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