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Ravindra Singh Bhati: क्या भाजपा में होने वाली है रविंद्र सिंह भाटी की घर वापसी ? एक तस्वीर से सियासी खेमे में हलचल

Rajasthan Politics: रविन्द्रसिंह ने विधानसभा चुनावों से ठीक पहले भाजपा ज्वाइन की थी। फिर टिकट वितरण से नाराज होकर पार्टी छोड़कर निर्दलीय खड़े हो गए थे।

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Ravindra Singh Bhati

भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों में बाड़मेर जिले के निर्दलीय और निष्कासितों को लेकर अनिर्णय की स्थिति बनी हुई है। निर्दलीय चुनाव लड़कर जीते विधायक भाजपा की ओर झुकाव में है। उधर, कांग्रेस से विधानसभा चुनाव में निष्कासित हुए पूर्व विधायकों की छटपटाहट घर वापसी की है। दोनों दल अब इस कशमकश में है कि इनके आने से नफा-नुकसान क्या होगा?

मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान बाड़मेर विधायक (निर्दलीय) डॉ. प्रियंका चौधरी और शिव विधायक (निर्दलीय) रविन्द्र सिंह भाटी मंच पर थे। प्रियंका चौधरी जीत के तुरंत बाद ही यह ऐलान कर चुकी थी कि वह पार्टी विचारधारा के साथ हैं। लोकसभा चुनावों में व अन्य कार्यक्रमों में भी वे हमेशा भाजपा के साथ रही हैं।

उधर, रविन्द्र सिंह भाटी ने विधानसभा चुनावों से ठीक पहले भाजपा ज्वाइन की। फिर टिकट वितरण से नाराज होकर पार्टी छोड़कर निर्दलीय खड़े हो गए। हाल ही में मुख्यमंत्री के बाड़मेर दौरे के दौरान रविन्द्र सिंह भाटी भी भाजपा के सभी नेताओं के साथ में ही मंच पर थे। उनका झुकाव भी अब तक भाजपा की तरफ ही नजर आ रहा है।

निष्कासितों की छटपटाहट कांग्रेस में

शिव के पूर्व विधायक अमीनखां और बाड़मेर के पूर्व विधायक मेवाराम जैन को कांग्रेस पार्टी ने निष्कासित किया हुआ है। विधानसभा चुनावों के बाद अमीनखां का निष्कासन हुआ। अब वे यह बार-बार कह रहे हैं कि उन्होंने पार्टी का साथ दिया। बीते दिनों उन्होंने यह भी कहा कि निर्दलीय रविन्द्रसिंह का साथ उन्होंने नहीं दिया।

अमीनखां जयपुर-दिल्ली के कई बार चक्कर काट चुके हैं। उनको पार्टी में वापस नहीं लिया गया है। इधर, मेवाराम जैन सीडी प्रकरण के कारण निष्कासित कर दिए गए थे। वे भी इसी छटपटाहट में है कि उनको पार्टी वापस ले ले, लेकिन उनके लिए कांग्रेस में ही दूसरा गुट आड़े आ रहा है।

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पुरानी बातें भूलने की दुहाई

शिव से फतेहखां ने कांग्रेस का जिलाध्यक्ष का पद होते हुए भी अमीनखां को कांग्रेस का प्रत्याशी बनाए जाने पर निर्दलीय चुनाव लड़ा था। इस पर उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। हालांकि लोकसभा चुनावों से पहले फतेहखां को कांग्रेस ने वापस पार्टी में ले लिया। अब बीते दिनों फतेहखां ने कांग्रेस संगठन के एक कार्यक्रम में कहा कि पुरानी बातों को भूल जाओ।

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