आदेश के मुताबिक जिले में गत वर्षों में छात्र संघ चुनावों में शांति भंग होने की घटनाओं को देखते हुए छात्रसंघ चुनाव-2018 में भी ऐसी आशंका है। इस अवधि के दौरान कोई भी महाविद्यालय परिसर एवं बाड़मेर, बालोतरा शहर, गुड़ामालानी, बायतु, शिव, चौहटन, सिवाना कस्बे में अपने साथ घातक हथियार, लाठी लेकर नहीं घूमेगा। प्रदर्शन एवं किसी जाति, वर्ग को ठेस पहुंचाने वाले नारे अथवा भाषण, उद्बोधन व सभा पर रोक रहेगी। यह आदेश 13 सितंबर तक प्रभावी रहेगा। उल्लेखनीय है कि जिले के सात स्थानों पर 10 सितम्बर को छात्रसंघ चुनाव होने हैं।
बता दें कि जिले के सात महाविद्यालयों में गुरुवार को नाम वापसी के बाद अब छात्रसंघ चुनावों की तस्वीर साफ हो गई। नामांकन वापसी के दिन कैंपस चुनावी रंगत से रंगा हुआ नजर आया। इन कॉलेज में 10 सितम्बर को उम्मीदवारों के भाग्य पर मुहर लगेगी।
छात्रसंघ चुनाव: जिले के 7 कॉलेज, 5 दिन चलेगा छात्रराजनीति का रण, 10 को लगेगी उम्मीदवारों के भाग्य पर मुहर छात्रनेता जातिगत समीकरण के हिसाब से और विभिन्न वादे कर वोट मांग रहे हैं। जिला मुख्यालय सहित अधिकांश महाविद्यालयों में अध्यक्ष पद पर एनएसयूआई व एबीवीपी के बीच मुकाबला रहेगा। जिले के सात कॉलेज में इस बार अध्यक्ष पद की दौड़ में 24 उम्मीदवार मैदान में हैं।
पीजी कॉलेज में हंगामे की स्थिति को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया। यहां दिनभर विद्यार्थियों का जमावड़ा नजर आया। नामांकन वापसी के दौरान एनएसयूआइ व एबीवीपी समर्थकों के आमने-सामने की स्थिति बन गई और नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद कोतवाली उप निरीक्षक लूणाराम ने सुरक्षा व्यवस्था संभाली। यहां बिना परिचय पत्र कॉलेज कैंपस में प्रवेश नहीं दिया गया।