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PM उज्जवला योजना पोर्टल 19 माह से बंद, हितग्राहियों की बढ़ी परेशानी, महिलाएं लगा रही कलेक्ट्रेट के चक्कर…

CG Gas Cylinder: बेमेतरा जिले में उज्जवला योजना के बंद पोर्टल की वजह से हितग्राहियों का अपडेट नहीं हो पा रहा है, जिसके कारण महिला हितग्राही पंचायत, नगरीय निकायों व खाद्य विभाग का चक्कर लगा रहे हैं।

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PM उज्जवला योजना पोर्टल 19 माह से बंद, हितग्राहियों की बढ़ी परेशानी, महिलाएं लगा रही कलेक्ट्रेट के चक्कर...(photo-patrika)

PM उज्जवला योजना पोर्टल 19 माह से बंद, हितग्राहियों की बढ़ी परेशानी, महिलाएं लगा रही कलेक्ट्रेट के चक्कर...(photo-patrika)

CG Gas Cylinder: छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में उज्जवला योजना के बंद पोर्टल की वजह से हितग्राहियों का अपडेट नहीं हो पा रहा है, जिसके कारण महिला हितग्राही पंचायत, नगरीय निकायों व खाद्य विभाग का चक्कर लगा रहे हैं। सत्ता बदलने के बाद जरूरतमंद महिलाओं को इस योजना के तीसरे चरण यानी उज्जवला प्रांरभ होने की उम्मीद थी।

मार्च, 2024 से बंद पोर्टल के खुलने का इंतजार करते हुए लोगों ने 19 माह का समय बिता दिया है। उम्मीद को जीवित रखते हुए सुशासन शिविर में सैकड़ों की संया में आवेदन सौंपा गया था। वहीं अभी भी महिलाएं कलक्टोरेट पहुंचकर आवेदन करने पहुंच रही हैं। पोर्टल के बंद होने पर जिमेदार खाद्य विभाग व जिला प्रशासन अधिकारी कुछ कह पाने की स्थिति में नहीं है।

CG Gas Cylinder: प्रथम चरण में 88 और दूसरे में 43 हजार कनेक्शन

गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाली महिलाओं कों केंद्र सरकार द्वारा मुफ्त कनेक्शन दिया जाना है। केन्द्र द्वारा अब तक दो चरण में योजना को प्रभावित किया जा चुका है। उज्ज्वला योजना का प्रथम चरण 2016 में दूसरा चरण 2023 में शुरू हुआ था। दूसरे चरण में इसके लिए मार्च, 2024 तक आवेदन लिया गया था। उम्मीद से अधिक आवेदन आने के बाद हितग्राहियों को फ्री में कनेक्शन जारी किया गया था।

बता दे कि मार्च, 2024 के बाद से पोंर्टल बंद कर दिया गया है। 19 माह से पोर्टल बंद होने के बाद भी आवेदन की स्थिति जानने व कनेक्शन पाने के लिए महिलाओं को भटकना पड़ रहा है। चूंकि योजना को लंबित रखा गया है इसलिए आवेदकों की उम्मीदें बची हुई हैं। सीधे तौर पर बंद करने का ऐलान किया जाता तो शायद इस तरह की स्थिति नहीं रहती।

30 हजार से अधिक योजना से दूर

उज्जवला योजना के तहत गरीबी रेखा के नीचे जीवन-यापन करने वाले परिवार को कनेक्शन जारी करने में प्राथमिकता दिया जाना है। शहरी क्षेत्र में 16 हजार 690 बीपीएल कार्डधारी व ग्रामीण क्षेत्र में 1 लाख 98 हजार 41 बीपीएल कार्डधारी हैं। बेमेतरा, साजा, बेरला, नवागढ़ ब्लाक में 1 लाख 35 हजार 226 नि:शुल्क कनेक्शनधारी हितग्राही हैं। इस लिहाज से देखा जाए तो जिले में 75 हजार से अधिक बीपीएल कार्डधारियों को तीसरे चरण के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।

जिले के 16 गैस एजेसियों ने अब तक प्रथम चरण में 88 हजार 885 कनेक्शन जारी किया था। इसके बाद दूसरे चरण में 69 हजार 296 आवेदन में से 57 हजार 334 आवेदन सही पाए गए गए थे । 57 हजार 334 आवेदन में सें 49 हजार 168 आवेदकों को स्वीकृत किया गया था। 49 हजार 168 आवेदन में से केवल 43 हजार 740 हितग्राहियों के यहां कनेक्शन लगाया गया था, बाकी आवेदन की स्थिति अब तक साफ नहीं हो पाई है। बताया जा रहा है कि 14 हजार से अधिक आवेदक भटक रही है।

आवेदन का ब्यौरा डीलरों के पास

विभागीय जानकारी के अनुसार आवेदन करने वालो का ब्यौरा खाद्य विभाग संबंधित डीलरों को भेज देता है। बताया जा रहा है कि कई आवेदन डीलरों के पास आया था। पूर्व में कनेक्शन जारी किए जाने का ब्यौरा डीलर के पास ही है। माना जा रहा है अबतक सुशासन त्योहार में प्राप्त आवेदनों का अपडेट नहीं हो पाया है।

बहरहाल अब उज्जवला 3 के तहत आवेदन लेने की प्रक्रिया शुरू होने की सुगबुगाहट प्रारंभ हो चुकी है, जिसकी वजह से योजना एक बार फिर चर्चा में आ चुकी है। हालाकि, विभाग इस पर कुछ कहने की स्थिति में नहीं है।

योजना का उद्देश्य महिलाओं को प्रदूषण व बीमारी से बचाना

योजना को लागू करने के दौरान एक विशेष लक्ष्य निर्धारित किया गया था जिसके अनुसार महिलाओं को सशक्त बनाने व जीवाश्म ईधन के प्रयोग से घर के अंदर वायु प्रदूषण के कारण होने वाली गंभीर समस्याओं से बचाना और महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री उज्जवला योजना प्रारंभ की गई थी। इस योजना के तहत पात्र महिला हितग्राहियों को नि:शुल्क गैस कनेक्शन दिया जाना है।

कनेक्शनधारियों को 365 रूपए की सब्सिडी

इस योजना के तहत कनेक्शन नि:शुल्क जारी किया जाता है, जिसमें गैस सिलेंडर, चुल्हा पूरी तरह नि:शुल्क मिलता है। कनेक्शनधारियों को प्रति रिफिल 365 रूपए सब्सिडी दी जाती है। सामान्य कनेक्शनधारियों को 67 रूपए सब्सिडी मिलती है। वर्तमान समय में प्रति रिफिल एक हजार रूपए खर्च करना पड़ता है, जिसे देखते हुए योजना के तहत कनेक्शन पाने वाले एक अच्छी रकम बचा लेते हैं।

योजना का अधिकृत उज्ज्वला पोर्टल जब बंद किया गया था उस समय जिस स्थिति में आवेदन पर कार्रवाई प्रक्रिया में थी, अब उसी स्थिति में बंद किया गया है। इसके बाद की कार्यवाही लंबित है। उज्जवला 3.0 प्रारंभ करने को लेकर स्पष्ट निर्देश नहीं आया हैं। ओंकार सिह ठाकुर, जिला खाद्य अधिकारी बेमेतरा।