7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

भड़ंगा नदी में पलटी ट्रैक्टर-ट्रॉली, आधी रात को तेज बहाव में चट्टान पर फंसे 3 युवक, देखें रेस्क्यू

Betul News : जिले से गुजरने वाली भड़ंगा नदी में बड़ा हादसा टल गया। रात करीब 1 बजे नदी में एक ट्रेक्टर ट्रॉली पलट गई, जिसमें सवार 3 युवक तेज बहाव के बीच फंस गए। के साथ ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर तीनों युवकों का सुरक्षित रेस्क्यू किया।

less than 1 minute read
Google source verification
Betul News

भड़ंगा नदी में पलटी ट्रैक्टर-ट्रॉली (Photo Source- Video Screenshot)

Betul News : मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के अंतर्गत आने वाले चोपना थाना इलाके में बीती रात करीब 1 बजे बटकीडोह और नारायणपुर के बीच भड़ंगा नदी के रपटे पर एक ट्रैक्टर-ट्रॉली पानी के तेज बहाव की चपेट में आकर पलट गई। हादसे के वक्त ट्रेक्टर में 5 लोग सवार थे, जिनमें से दो तो तैरकर बाहर निकल आए, लेकिन 3 युवक नदी के तेज बहाव के बीच एक चट्टान पर फंस गए।

घटना की जानकारी स्थानीय लोगों द्वारा चोपना थाना प्रभारी नरेंद्र सिंह परिहार को दी, जिसके बाद वो पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। एसपी निश्चल झारिया के निर्देश और एसडीओपी सारणी प्रियंका करचाम के मार्गदर्शन में बचाव अभियान शुरू किया गया।

तीनों युवकों का किया गया सुरक्षित रेस्क्यू

पुलिस टीम ने ग्रामीणों की मदद से सुरक्षा उपकरणों के साथ साथ रस्सियों के इस्तेमाल से नदी के बीच करीब 30 मीटर दूर चट्टान तक पहुंचकर तीनों युवकों को पानी के तेज बहाव के बीच से सुरक्षित बाहर निकाला। बताया जा रहा है कि, सभी युवक ग्राम गुवाड़ी के रहने वाले हैं। उनकी पहचान सुरेश उड़के, आदित्य उड़के, आयुष उड़के, पीयूष उड़के और शर्मा भलावी के रूप में हुई है।

इसलिए हुए हादसे का शिकार

बताया जा रहा है कि, युवक अपने पिता की रिटायरमेंट के बाद घर का सामान सारणी से ले जा रहे थे। रात के समय पानी के तेज बहाव का अंदाजा नहीं लगा पाने के कारण वो सभी दुर्घटना के सिकार हो गए।

रेस्क्यू ऑपरेशन में पुलिस के साथ इन ग्रामीणो की रही अहम भूमिका

बचाव कार्य में निरीक्षक नरेंद्र सिंह परिहार, सउनि विनोद इवने, आरक्षक विवेक, सुरेंद्र, प्रवेश और डायल-100 चालक गोविंद शामिल थे। वहीं, ग्रामीणों में रामप्रसाद मंडल, श्रीवास सिकदार, चित्तरंजन सिकदार, दिलीप घरामी, आरती सिकदार और भगवती सिकदार द्वारा मदद की गई।