
मानसून की धमाकेदार एंट्री की आई डेट ( फोटो सोर्स- AI)
Monsoon Alert: मौसम विभाग ने कहा है कि, अगले एक हफ्ते तक दुर्ग जिले में मध्यम से तेज बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है। इस बीच दिन में हल्की धूप के बाद शाम को झमाझम बारिश होगी। हवा की नमी में और इजाफा होगा और मेघ गर्जन, वज्रपात और तेज हवाओं का सिलसिला चलता रहेगा।
मौसम विभाग ने दुर्ग जिले के लिए 23 से 28 मई तक के लिए वेदर फोरकास्ट जारी किया है। इसमें कहा गया है कि अगले पांच दिन दुर्ग जिले का अधिकतम तापमान 30 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। वहीं न्यूनतम तापमान 22 से 24 डिग्री के बीच रहने की संभावना है। इन दिनों में अधिकतम समय बदली छाई रह सकती है। इसके अलावा तेज हवाएं चलने और बारिश की गतिविधियां भी होंगी। अधिकतर जगहों पर छिटपुट बारिश और बूंदाबांदी का दौर तेज होगा।
मौसम विभाग के मुताबिक 13 मई को दक्षिण-पश्चिम मानसून अंडमान और निकोबार द्वीप समूह पहुंच गया है। साथ ही निकोबार द्वीप समूह में पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश भी दर्ज की गई है। इस बार केरल में मानसून तय समय से पहले पहुंचेगा। पहले केरल में एक जून के आस पास मानसून पहुंचता (Monsoon Alert) था, लेकिन इस बार 27 मई को केरल तट पर पहुंचेगा। जो कि सामान्य तिथि से चार दिन पहले है। 2009 के बाद केरल में मानसून इतनी जल्दी दस्तक देगा।
वहीं केरल के बाद जून के पहले सप्ताह में मानसून (Monsoon) कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में पहुंचेगा। 5 से 7 जून इसके मध्य भारत पहुंचने की संभावना है।
मौसम विभाग ने सुकमा, बीजापुर, दंतेवाडा, बस्तर, नारायणपुर, कोंडागावं , कांकेर, बालोद, राजनादंगांव, रायगढ़, कोरबा, जशपुर, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, सरगुजा, सूरजपुर, कोरिया, और बलरामपुर में गरज-चमक के साथ 80 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी। इसके साथ ही इन सभी जिलों में बारिश (Rain Alert) व ओलावृष्टि के भी रेड अलर्ट जारी किए गए हैं। इसके अलावा दुर्ग, बिलासपुर, रायपुर, कवर्धा, बेमेतरा, बालोद सहित दुर्ग संभाग के जिले ऑरेंज अलर्ट में हैं।
दक्षिण-पश्चिम मानसून दक्षिण अरब सागर के कुछ भाग, मालदीव, कॉमरीन क्षेत्र, दक्षिण बंगाल की खाड़ी, मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ भाग, उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी के कुछ भाग में मानसून सक्रिय (Monsoon Active) है। दक्षिण पश्चिम मानसून के कुछ और भाग में सक्रिय होने के लिए अनुकूल परिस्थितियों बनी हुई है।
इसके साथ एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण मंडल तक पूर्व-मध्य अरब सागर, उत्तर कर्नाटक और गोवा तट से सुदूर स्थित है। इसके प्रभाव से प्रदेश में बंगाल की खाड़ी से प्रचुर मात्रा में नमी का आगमन निम्न स्तर पर हो रहा है। इसससे प्रदेश में शुक्रवार को कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।
बुधवार से ही मौसम बदलने का क्रम तेज हो गया है। बुधवार की शाम को तेज बारिश हुई, लेकिन इसके बाद दुर्ग जिले के अधिकांश हिस्सों में रातभर हल्की से छिटपुट बूंदाबांदी (Rain Alert) होती रही। इस दौरान कई बार हवा की रफ्तार 40 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुंच गई, जिससे रात में कई बार बिजली बाधित हुई।
बहरहाल, गुरुवार को पहले सुबह तक हल्की बदली और धूप आंख मिचौली करती रही, लेकिन दोपहर में धूप खत्म हो गई और पूरी तरह से बदली छा गई। इससे अधिकतम तापमान में बड़ी गिरावट आई। दुर्ग जिले का अधिकतम पारा औसत से 1.1 डिग्री लुढ़ककर 33.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। न्यूनतम तापमान में भी गिरावट आई।
रात का तापमान सामान्य से 6.1 डिग्री की गिरावट के बाद 23 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। बुधवार और गुरुवार की दरमियानी रात को दुर्ग जिले में 16.6 मिमी. बारिश दर्ज की गई। वहीं दिनभर हुई छिटपुट बारिश से जिले में बारिश का आंकड़ा 1.1 मिमी. रहा। इस बीच प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 35.1 डिग्री सेल्सियस और सबसे कम न्यूनतम तापमान दुर्ग में 23 डिग्री रहा।
Updated on:
23 May 2025 10:52 am
Published on:
23 May 2025 10:51 am
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