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CG Fraud: दोस्त के अकाउंट से किया साइबर ठगी की रकम का ट्रांजेक्शन, पांच आरोपी गिरफ्तार

CG Fraud: स्टमर केयर में फोन कर जानकारी ली, तब पता चला कि खाता को साइबर सेल ने सायबर आनलाइन ठगी का रकम ट्रांजेक्शन होने के कारण फ्रीज कर दिया है।

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भिलाई

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Love Sonkar

Sep 06, 2025

साइबर ठगों का नया तरीका (Photo source- Patrika)

साइबर ठगों का नया तरीका (Photo source- Patrika)

CG Fraud: छलपूर्वक दोस्त के बैंक खाते में साइबर ठगी की रकम 57 हजार रुपए ट्रांजेक्शन कराने वाले पांच आरोपियों को सुपेला पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी कोहका आर्य नगर निवासी अजय कुमार जंघेल, पियूष जंघेल, रायपुर टिकरापारा निवासी मिनेश पटेल, स्मृति नगर ग्रीन वैली निवासी आयुष नायडू और न्यू खुर्सीपार निवासी हर्ष चंद्राकर के खिलाफ धारा 317(2), 318(4), 3(5), 35(1) बीएनएस के तहत प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की।

सुपेला थाना टीआई विजय यादव ने बताया कि मॉडल टाउन निवासी मयंक जंघेल का सुपेला ब्रांच कोटक महेन्द्रा बैंक और छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक छुईखदान में खाता है। 2 सितंबर को शाम 4 बजे उसके परिचित आरोपी पीयुष जंघेल ने फोन पर कहा कि उसके बैंक खाते में लिमिट हो गई है। उसके खाते में पैसे डलवा रहा है। उस रकम को कैश निकालकर देना है। मयंक पूछा कि कितनी रकम डालेगा। पियूष ने 1 लाख रुपए डालने की बात कही। इस पर मयंक मना कर दिया कि इतनी राशि नहीं निकल पाएगी। क्योंकि उसके खाते की लिमिट कम की है। मयंक ने उसे चार से पांच बार में निकाल कर देने के लिए बोला। यह भी कहा कि वह अपने पिता के साथ दोस्त मिनेश पाल और अजय कुमार जंघेल को भेज रहा है। वे रकम उसके खाता में ट्रांसफर करेंगे।

टीआई ने बताया कि मॉडल टाउन निवासी मयंक के घर आरोपी मिनेश पाल और अजय कुमार जंघेल पहुंचे। मॉडल टाउन में एटीएम के पास मयंक को बुलाया और मिनेश पाल ने अपने मोबाइल से फोनपे के माध्यम से राशि ट्रांसफर की।

खाता में 37 हजार रुपए डाला। मयंक ने उक्त राशि को एटीएम से निकाल कर दिया। कोटक महेन्द्रा बैंक का एटीएम नहीं था तो 37 हजार रुपए वह अपने दोस्त शुभम वर्मा के खाते से ट्रांजेक्शन कराया। दोनों बैंक एकाउंट से 57 हजार रुपए मिनेश पाल को दिया था।

ऐसे हुआ साइबर ठगी का खुलासा

टीआई ने बताया कि 2 सितंबर को 5 बजे मयंक ने 20 रुपए का आईसक्रीम खाया। मोबाइल से पेमेंट करने लगा तो पता चला कि उसका खाता ब्लॉक हो गया है। जब कस्टमर केयर में फोन कर जानकारी ली, तब पता चला कि खाता को साइबर सेल ने सायबर आनलाइन ठगी का रकम ट्रांजेक्शन होने के कारण फ्रीज कर दिया है।