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भीलवाड़ा में चचेरे भाई ने रचा फर्जीवाड़ा, सादे कागज पर दस्तखत करवाकर पत्नी के नाम करवाई जमीन, अब गिरफ्तार

भीलवाड़ा पुलिस ने चचेरे भाई की जमीन हड़पने वाले शातिर ठग सांवरमल को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने भरोसा जीतकर पीड़ित से खाली कागजों पर हस्ताक्षर करवाए और फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी से जमीन पत्नी के नाम करवा ली।

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Bhilwara Cousin land fraud exposed

आरोपी गिरफ्तार (फोटो- पत्रिका)

Bhilwara News: भीलवाड़ा की कोतवाली थाना पुलिस ने चचेरे भाई की जमीन हड़पने वाले एक शातिर ठग को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने भरोसा जीतकर पीड़ित से खाली कागजों पर हस्ताक्षर करवाए और उन्हीं दस्तावेजों के आधार पर पावर ऑफ अटॉर्नी तैयार कर जमीन अपनी पत्नी के नाम करा दी।

पुलिस का कहना है कि आरोपी सांवरमल पिछले लंबे समय से ठगी के मामलों में सक्रिय रहा है। उस पर विभिन्न थानों में कई प्रकरण दर्ज हैं।

ऐसे रचा गया धोखे का पूरा खेल

कोतवाल शिवराज के मुताबिक, पीड़ित ओमप्रकाश शर्मा, जो वर्तमान में चेन्नई में रहते हैं, उन्होंने 27 अक्टूबर को रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। ओमप्रकाश का पांसल गांव में एक प्लॉट है, जिसे उनके भाई ने खरीदा था। नामांतरण कराने के बहाने आरोपी सांवरमल, जो रिश्तेदारी में चचेरा भाई लगता है, पीड़ित और उसके भाई से आधार, पैन और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज लेकर चला गया।

भरोसा जीतने के बाद उसने खाली कागजों पर भी हस्ताक्षर करवा लिए। बाद में इन्हीं दस्तावेजों का गलत इस्तेमाल कर उसने फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी बनवाकर जमीन अपनी पत्नी के नाम करवा दी।

ओमप्रकाश को मामले की भनक तब लगी, जब उन्हें पता चला कि नगर निगम में नामांतरण उनके बिना जानकारी के पूरा कर दिया गया है। जांच करने पर उन्हें जालसाजी का पता चला और उन्होंने तुरंत पुलिस में शिकायत दी।

पुराने मामलों का भी खुलासा

कोतवाली पुलिस ने धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू की। टीम ने लोकल इंटेलिजेंस, डेटा कलेक्शन और मुखबिरों की मदद से कई स्थानों पर दबिश दी। इसी दौरान मिली पुख्ता सूचना पर पुलिस ने सांवरमल (40) निवासी रमा विहार, भीलवाड़ा को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस के अनुसार, उसके खिलाफ प्रताप नगर, सुभाष नगर और कोतवाली थानों में करीब 10 पुराने केस पहले से दर्ज हैं, जिनमें चोरी, ठगी और दस्तावेजों की जालसाजी के मामले शामिल हैं।

पुलिस टीम की सक्रियता से हुआ पर्दाफाश

आरोपी को गिरफ्तार करने वाली टीम में कोतवाल शिवराज, एएसआई मदनलाल, आशीष कुमार, हेड कांस्टेबल पिंकी, कांस्टेबल मुकेश और ताराचंद शामिल रहे। पुलिस अब आरोपी से पूछताछ कर यह पता लगाने में जुटी है कि क्या जमीन हड़पने के इस नेटवर्क में और लोग भी शामिल हैं।