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रोजाना सुबह 7 कि.मी दौड़ता है ये 6 साल का बच्चा, इतनी कम उम्र में वरेण्यम के नाम रिकॉर्ड दर्ज

भोपाल के एक 6 वर्षीय मासूम वरेण्यम शर्मा ने छोटी सी उम्र में बड़ा कारनामा कर दिखाया है। छोटी सी उम्र में ये धावक रोजाना 5 से 7 किलो मीटर रनिंग करता है।

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रोजाना सुबह 7 कि.मी दौड़ता है ये 6 साल का बच्चा, इतनी कम उम्र में वरेण्यम के नाम रिकॉर्ड दर्ज

भोपाल/ मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के एक 6 वर्षीय मासूम वरेण्यम शर्मा ने छोटी सी उम्र में बड़ा कारनामा कर दिखाया है। कारनामा भी ऐसा जिस तक पहुंच बनाने में बड़े बड़ों के पसीने छूट जाएं। छोटी सी उम्र में ये धावक रोजाना 5 से 7 किलो मीटर रनिंग करता है। वरेण्यम ने बताया कि, उनके इस जुनून की शुरुआत लॉकडाउन से हुई। इस दौरान वो हर सुबह अपने पिता और दादाजी के साथ सैर पर जाते थे। एक दिन उन्हें दादाजी ने बताया कि, दौड़ने से शरीर फ़िट रहता है, जिसकी वजह से कोई बीमारी नहीं होती। इसके बाद से ही वरेण्यम ने रोजाना सुबह 3 किलोमीटर दौड़ने की शुरुआत की, जो अब 5 से 7 किलोमीटर तक जा पहुंचा है।

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इस तरह बना रिकॉर्ड

वरेण्यम के पिता ने बताया कि, जब मेने उसे इस जुनून के साथ दोड़ता देखा तो उसके वीडियो बनाने शुरू कर दिये। उन्होंने बताया कि, कुछ दिनों में ही मुझे ये महसूस होने लगा कि, ये कोई साधारण बच्चों वाली दौड़ नहीं दौड़ रहा, बल्कि किसी तेज धावक की तरह बिना थके दौड़ने की क्षमता रखता है। इसके बाद वरेण्यम के पिता ने अपने बेटेकी प्रतिभा के बारे में दोस्तों से चर्चा की। इसके बाद उन्होंने वरेण्यम का एक वीडियो रिकॉर्ड के लिए भेजा, जो सिलेक्ट भी हो गया। अब अपनी उम्र के बच्चों में वरेण्यम ने ये रिकॉर्ड अपने नाम कर लिये है, जिसमें वो आसानी से 5 से 7 किलोमीटर की दौड़ लगाता है।

सभी को कर रखा है हैरान

6 साल का वरेण्यम माता-पिता और दादा का गर्व है। परिजन भी इतनी कम उम्र में उसकी एकाग्रता और रेगुलरटी देखकर हैरान हैं। परिजन कहते हैं कि, इतनी कम उम्र में कोई बच्चा कैसे अपने लक्ष्य के प्रति एकाग्र रहकर रोज़ाना सुबह 5 बजे उठ जाता है ओर हमें भी दौड़ने के लिए प्ररित करता है। बच्चें की इस आदत से कॉलोनी के लोग भी खासा प्रभावित हैं। वह भी रोजाना उसे दौड़ते हुए देख खुश होते हैं। यही नहीं इतने बच्चे को दोड़ते देख कॉलोनी के कई नौजवान भी अब फिट रहने के नजरिये से सुबह की सैर पर निकलने लगे हैं।

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नेशनल रनिंग की तैयारी पर वरेण्यम का फोकस

वरेण्यम का लक्ष्य फिलहाल नेशनल रनिंग की तैयारी पर है, इसकी तैयारी उसने शुरु भी कर दी है। वो अपनी तैयारी भी अलग अलग टास्क के हिसाब से कर रहा है। वो इसके लिए अभी से 7 किलोमीटर से ज्यादा दौड़ लगाने लगा है। पिता भी उसकी इस उपलब्धि को देखते हुए उनके लिए एनर्जेटिक फूड्स और उम्दा किस्म के रनिंग शूज लेकर आए हैं, जिससे उसे दौड़ने में थकान कम हो। वरेण्यम को जानने वाला हर व्यक्ति इस बात की उम्मीद रखता है कि, जल्द ही वो रनिंग के क्षेत्र में दुनियाभर में देश का नाम रोशन करेगा।