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कांग्रेस के दिग्गज नेता ने नाराज होकर छोड़ी पार्टी, मनाने के लिए फोन कर रहे बड़े पदाधिकारी

Former Shivpuri MLA Virendra Raghuvanshi- मध्यप्रदेश कांग्रेस में अभी भी सब कुछ ठीक नहीं चल रहा। पार्टी के एक दिग्गज नेता ने स्वास्थ्य कारणों से पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया।

Former Shivpuri MLA Virendra Raghuvanshi deleted the resignation letter sent to Jeetu Patwari
Virendra Raghuvanshi deleted the resignation letter sent to Jeetu Patwari- image X

Former Shivpuri MLA Virendra Raghuvanshi- मध्यप्रदेश कांग्रेस में अभी भी सब कुछ ठीक नहीं चल रहा। पार्टी के एक दिग्गज नेता ने स्वास्थ्य कारणों से पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया। सोमवार को जैसे ही उनका इस्तीफा सामने आया, प्रदेश नेतृत्व सकते में आ गया। पता चला कि नेताजी ने नाराज होकर इस्तीफा दिया है तो फौरन उन्हें मनाने की कोशिश की जाने लगी। वरिष्ठ पदाधिकारियों ने फोन किए तो नेता मान भी गए। उन्होंने सोशल मीडिया से अपना इस्तीफा का पत्र हटा दिया है। बताया जा रहा है कि सख्त मानदंडों के कारण जिलाध्यक्ष की रेस से बाहर होने पर नेताजी ने यह कदम उठाया था लेकिन प्रदेश कांग्रेस ने फिलहाल उन्हें मना लिया है।

शिवपुरी के पूर्व विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने सुबह कांग्रेस से इस्तीफे की घोषणा की और अपने एक्स हेंडल पर प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी को भेजा त्यागपत्र भी पोस्ट कर दिया। इस पर कांग्रेस नेता एक्टिव हुए और उन्हें मनाने में जुट गए। शाम होते होते वीरेंद्र रघुवंशी भी नरम पड़े और सोशल मीडिया से अपना त्यागपत्र हटा दिया।

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शिवपुरी जिलाध्यक्ष पद के लिए वीरेंद्र रघुवंशी तगड़े दावेदार थे

कांग्रेस में इन दिनों जिला अध्यक्ष चुनने की कवायद चल रही है और शिवपुरी जिलाध्यक्ष पद के लिए वीरेंद्र रघुवंशी तगड़े दावेदार थे। हालांकि अंदरूनी खींचातानी के कारण गाइडलाइन का हवाला देते हुए उनका नाम जिला अध्यक्ष पद की दौड़ से बाहर कर दिया गया। इससे वे नाराज हो उठे और स्वास्थ्य का हवाला देते हुए पार्टी से ही इस्तीफा दे दिया।

बाहर से आए नेताओं को 5 साल तक पद नहीं देने की गाइडलाइन

वीरेंद्र रघुवंशी 2023 के विधानसभा चुनावों के समय कांग्रेस में आए थे। इधर पार्टी ने बाहर से आए नेताओं को 5 साल तक पद नहीं देने की गाइडलाइन बनाई है जिसके कारण जिलाध्यक्ष की रेस से वे बाहर हो गए। खास बात यह है कि वीरेंद्र रघुवंशी इससे पहले भी कांग्रेस में रह चुके हैं पर बाद में वे बीजेपी में चले गए थे। बहरहाल, अब कांग्रेस उन्हें कैसे नवाजती है, यह आनेवाले कुछ दिनों में सामने आएगा।