8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अस्पताल जाने और लंबी लाइनों में लगने की झंझट खत्म, घर बैठे इलाज का सरकार का बड़ा प्लान

Tele medicine service- सरकारी अस्पतालों में लगनेवाली लंबी लाइनों की झंझट से अब मरीजों को मुक्ति मिल रही है।

2 min read
Google source verification
Government's plan to expand tele medicine service for treatment at home

Tele medicine service for treatment at home- image patrika.com

Tele medicine service- सरकारी अस्पतालों में लगनेवाली लंबी लाइनों की झंझट से अब मरीजों को मुक्ति मिल रही है। इसके लिए सरकार ने टेली मेडिसिन सेवा से मरीजों को घर बैठे इलाज मुहैया कराने का बड़ा प्लान तैयार किया है। इसमें मरीजों को विशेषज्ञ डॉक्टर्स से उपचार की सुविधा मिलेगी। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने गुरुवार को गांधी चिकित्सा महाविद्यालय और हमीदिया चिकित्सालय में नए टेली मेडिसिन सेंटर का लोकार्पण किया। उप मुख्यमंत्री ने टेली मेडिसिन हब रूम से सीहोर के मरीज और डॉक्टर्स से बात की। उन्होंने प्रेरणा सेवा ट्रस्ट द्वारा हॉस्पिटल को भेंट किए गए ई-रिक्शा और हॉस्पिटल में स्थापित बेबी फीडिंग रूम का लोकार्पण भी किया। थैलेसीमिया डे केयर सेंटर के बच्चों ने उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल का पौधा भेंट कर स्वागत किया।

टेली मेडिसिन सेवा से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच बढ़ेगी। इससे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के मरीजों को विशेषज्ञों द्वारा बेहतर इलाज एवं परामर्श प्राप्त होगा।

यह भी पढ़ें :कंगाल हो गया बड़ा बैंक, उपभोक्ताओं के पैसे डूबे, एफडी की राशि भी नहीं मिल रही

यह भी पढ़ें : कांग्रेसियों में जोश जगा गए राहुल गांधी, 7 प्वाइंट में समझें-क्या रही उपलब्धि और कहां हुई चूक

उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने इस मौके पर कहा कि टेली मेडिसिन सेवा से ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकती हैं। फोन के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के लिए ई-संजीवनी पोर्टल प्रारंभ किया गया है। इस पोर्टल के द्वारा मरीज विशेषज्ञ चिकित्सकों से घर बैठे नि:शुल्क परामर्श ले सकते हैं।

मरीजों को घर बैठे विशेषज्ञों से उपचार सुविधा

टेलीमेडिसिन सेवा से मरीजों की रेफरल संख्या भी कम होगी, जिससे मेडिकल कॉलेजों और जिला चिकित्सालयों में दबाव कम होगा। मरीजों को घर बैठे विशेषज्ञों से उपचार सुविधा मिलेगी। कार्यक्रम में लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा आयुक्त तरुण राठी, गांधी चिकित्सा महाविद्यालय की डीन कविता सिंह भी उपस्थित थीं।

उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने हॉस्पिटल कैंपस में जर्जर भवनों के रिनोवेशन की बात कही। उन्होंने कमला नेहरू हॉस्पिटल को सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में परिवर्तित करने का भी आश्वासन दिया। गांधी मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक सुनील टंडन ने बताया कि चिकित्सालय में शव वाहन, नवीन कैथ लैब, सीटी-स्केन और एमआरआई जांच सुविधा की स्थापना की जा रही है।