प्लास्टिक वेस्ट तकनीक के जरिए 9 हजार 800 किलो मीटर सड़कों का रिन्युअल किया गया है। ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण के तहत वित्तीय वर्ष 2021-22 में 4 हजार किमी लंबी सड़कें बनाने का लक्ष्य रखा गया था। इस लक्ष्य के अनुपात में 4 हजार 419 किमी सड़कें बनाई गई हैं।
यह भी पढ़ें- यहां बनकर तैयार हुआ विश्व का पहला सीढ़ीनुमा ड्राइव इन थिएटर, जानिए क्यों ये है ओपन थिएटर से खास
क्या है ये खास तकनीक
इस तकनीक में सड़कों की उम्र ज्यादा रहती है। ऐसी सड़क बनाने में प्लास्टिक वेस्ट के लिक्विड को बिटुमिन, डामर या सीमेंट के साथ उपयोग में लाया जाता है। खराब सड़क के कुछ ब्लॉक्स निकालकर ही पैचवर्क हो जाता है। मध्य प्रदेश के अलावा उत्तर प्रदेश, हरियाणा, झारखंड, कर्नाटक आदि राज्यों में इस तकनीक से सड़कें बनाई जा रही हैं।
यह भी पढ़ें- सांसद नकुल नाथ दूसरी बार कोरोना पॉजिटिव, बीते दिनों मंच से बोले थे- ‘कोरोना से डर नहीं लगता’
खरगोन में सांप्रदायिक झगड़े के दंगाईयों पर लगातार जारी है प्रशासन की कार्रवाई, देखें वीडियो