scriptमध्य प्रदेश स्थापना दिवस : MP के निर्माण से जुड़ी वो अनसुनी बातें जिनके बारे में अब तक नहीं जानते होंगे आप | madhya pradesh founadation day untold story | Patrika News
भोपाल

मध्य प्रदेश स्थापना दिवस : MP के निर्माण से जुड़ी वो अनसुनी बातें जिनके बारे में अब तक नहीं जानते होंगे आप

मध्य प्रदेश का 64वां स्थापना दिवस शुक्रवार 01 नवंबर 2019 को मनाया जाएगा। प्रदेशभर में इसे लेकर खास तैयारियां की जा रही हैं।

भोपालOct 31, 2019 / 03:46 pm

Faiz

मध्य प्रदेश स्थापना दिवस

मध्य प्रदेश स्थापना दिवस : MP के निर्माण से जुड़ी वो अनसुनी बातें जिनके बारे में अब तक नहीं जानते होंगे आप

भोपाल/ मध्य प्रदेश का 64वां स्थापना दिवस शुक्रवार 01 नवंबर 2019 को मनाया जाएगा। प्रदेशभर में इसे लेकर खास तैयारियां की जा रही हैं। इस दौरान राजधानी भोपाल के ऐतिहासिक लाल परेड मैदान में प्रदेश का मुख्य आयोजन समारोह आयोजित किया जाएगा। साथ ही, प्रदेश की कई सरकारी और गैर सरकारी इमारतों को इस दिन के जश्न के रूप में दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। इस मौके पर patrika.com आपको मध्य प्रदेश के निर्माण और राजधानी के रूप में भोपाल को चुने जाने के कारण के पीछे की सच्चाई बताने जा रहा है, जिसके बारे में अब तक बहुत कम लोग ही जानते हैं।

मध्य प्रदेश स्थापना दिवस

भारत की आजादी के बाद 26 जनवरी 1950 को कुछ चुनिंदा इलाकों को छोड़कर देशभर में संविधान लागू हुआ। इसके बाद सन् 1951-1952 में देश में पहली बार आम चुनाव कराए गए। जिसके कारण संसद और विधान मंडल कार्यशील हुए। प्रशासन की दृष्टि से इन्हें श्रेणियों में विभाजित किया गया। सन् 1956 में राज्यों के पुर्नगठन के फलस्वरूप 1 नवंबर, 1956 को नए राज्य के रूप में मध्य प्रदेश की स्थापना की गई। इस राज्य का पुर्नगठन भाषीय आधार पर किया गया। इसके घटक राज्य मध्य प्रदेश, मध्य भारत, विन्ध्य प्रदेश एवं भोपाल थे जिनकी अपनी विधानसभाएं थीं। इस राज्य का निर्माण तत्कालीन सीपी एंड बरार, मध्य भारत, विंध्य प्रदेश और भोपाल राज्य को मिलाकर हुआ। बता दें कि, देश के मध्य में होने के कारण पहले इसे मध्य भारत के नाम से भी जाना गया था।

 

पढ़ें ये खास खबर- Eco tourism को बढ़ावा देने के लिए सरकार का बड़ा फैसला, अब इस तरह रातापानी होगा विकसित


भोपाल को राजधानी चुने जाने का सफर

मध्य प्रदेश स्थापना दिवस

1 नवंबर, 1956 को मध्य प्रदेश के गठन के साथ ही इसकी राजधानी और विधानसभा का चयन भी किया गया। लंबी कशमकश के बाद आखिरकार देश-प्रदेश का दिल कहे जाने वाले भोपाल शहर को प्रदेश की राजधानी के रूप में चुन लिया गया। हालांकि, उस समय भोपाल को जिला घोषित नहीं किया गया था। इसे साल 1972 में जिला घोषित किया गया। इससे पहले भोपाल सीहोर जिले में आता था। मध्य प्रदेश के गठन के समय प्रदेश में कुल 43 जिले ही बनाए गए थे। लेकिन, वर्तमान में बढ़ती आबादी के कारण व्यवस्थाओं को सुचारू ढंग से चलाने के लिए अब तक मध्य प्रदेश में कुल 52 जिले बनाए जा चुके हैं।

 

पढ़ें ये खास खबर- Brain Stroke आने का ये है बड़ा कारण, इस तरह करें उपचार


इन शहरों में हुई कड़ी टक्कर के बाद भोपाल को चुना गया राजधानी

मध्य प्रदेश स्थापना दिवस

मध्य प्रदेश की स्थापना होने से पहले इसकी राजधानी को लेकर लंबी खीचतान भी चली। राज्य के कई बड़े शहरों को राजधानी के स्तर पर रखकर आंका गया। कई क्षेत्रीय विवाद भी सामने आए। भोपाल से ज्यादा ग्वालियर, इंदौर और जबलपुर का नाम इस दौरान काफी आगे रहा। इसी को देखते हुए जबलपुर में हाई कोर्ट भी स्थापित कर दी गई। लेकिन फिर कुछ क्षेत्रीय कारणों और यहां नवाबी भवनों की संख्या ज्यादा होने के चलते सरकारी कामकाज के लिए उपयुक्त जगह होने के कारण भोपाल को राजधानी चुना गया।

 

पढ़ें ये खास खबर- अब लाइलाज नहीं रह गया हड्डी का कैंसर, इस तरह संभव है उपचार


भोपाल को राजधानी चुने जाने के अन्य कारण

मध्य प्रदेश स्थापना दिवस

भोपाल को राजधानी के रूप में चुने जाने के पीछे यहां का क्लाइमेट भी बहुत महत्व रखता है। पहाड़ी इलाके यानी ऊंचाई पर बसे इस शहर का हर मौसम अनुकूल रहता है। ना यहां अन्य शहरों के मुकाबले ज्यादा गर्मी पड़ती है, ना ही सर्दी और ना ही थोड़ी सी बारिश से यहां बाढ़ के हालात बनते हैं, इसलिए यहां अन्य शहरों के मुकाबले विकसित किये जाने के ज्यादा मौके थे। इसके अलावा जिस तरह मध्य प्रदेश देश के बीचो बीच स्थित है, ठीक उसी तरह भोपाल भी प्रदेश के बीचों बीच स्थित है। यहां से प्रदेश में चारों और के हालात ज्यादा बेहतर ढंग से जाने जा सकते थे।

Home / Bhopal / मध्य प्रदेश स्थापना दिवस : MP के निर्माण से जुड़ी वो अनसुनी बातें जिनके बारे में अब तक नहीं जानते होंगे आप

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो