
एलिजाबेथ के निधन पर भारत में राष्ट्रीय शोक पर विवाद, शंक्राचार्य बोले- राष्ट्रीय ध्वज झुकाना ठीक नहीं
भोपाल. ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ के निधन के बाद अन्य कई देशों की तरह भारत में भी 1 दिन के राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। लेकिन, अब भारत में इस राष्ट्रीय शोक पर विवाद खड़ा होने लगा है।नरसिंहपुर के परमहंसी गंगा आश्रम में आयोजित पत्रकार वार्ता में ज्योतिष्पीठाधीश्वर और द्वारका शारदापीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य महाराज ने ब्रिटेन की महारानी क्वीन एलिजाबेथ के निधन पर भारत में 1 दिन के राष्ट्रीय शोक पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि, जिन्होंने हमें सैकड़ों साल गुलाम बनाकर रखा, आखिर कैसे हम उनके लिए राष्ट्रीय शोक मना सकते हैं।
राष्ट्रीय ध्वज झुकाना गलत- शंक्राचार्य
शंक्राचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने बस यही नहीं कहा, उन्होंने आगे केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि, हमारे यहां सन्यासियों के दिवंगत होने पर ये शौक क्यों नहीं मनाया जाता ? शंकराचार्य की माने तो महारानी के भेजे गए अंग्रेजों ने सवा 7 लाख बेकसूर भारतीयों को मारा था। उनके निधन पर राष्ट्रीय शोक मनाना और राष्ट्रध्वज को झुकाना पूरे देश के लिए ठीक नहीं है।
90 साल की लीज पर जवाब दें ?
शंकराचार्य ने कहा कि हमने सुना है और गूगल पर भी यह दस्तावेज है कि भारत को अंग्रेजों ने 90 साल की लीज पर आजादी दी थी। अब 75 साल हो गए हैं, 15 साल शेष हैं। इसके बाद भारत पुनः गुलाम हो जाएगा। इसपर प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और देश की न्यायपालिका को जवाब देना चाहिए।
स्वरूपानंद के निधन के बाद उठे सवाल
जगतगुरु शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के निधन के बाद उनके अनुयाई निधन के बाद देश में 1 दिन का राष्ट्रीय शोक चाहते थे। इसे लेकर चर्चाओं का दौर चलता रहा। मध्य प्रदेश सरकार ने स्वरूपानंद के निधन के बाद उन्हें राजकीय सम्मान से विदाई दी थी।
Published on:
14 Sept 2022 04:23 pm
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