
Opposition to the appointment of Energy Development Corporation CE DP Ahirwar
CE- मध्यप्रदेश में अपने ही बॉस के खिलाफ अधिकारी लामबंद हो गए हैं। 4 बड़े अफसर उन्हें हटाने पर अड़े हुए हैं और इस जिद में हाईकोर्ट तक जा पहुंचे हैं। मामला राज्य के ऊर्जा विकास निगम का है जहां चीफ इंजीनियर (सीई) डीपी अहिरवार की नियुक्ति की जमकर खिलाफत की जा रही है। उन्हें यहां प्रतिनियुक्ति पर सीई बनाया गया है कि जिसका विभाग के वरिष्ठ इंजीनियर तगड़ा विरोध कर रहे हैं। 4 वरिष्ठ इंजीनियर तो सीई की नियुक्ति के खिलाफ हाईकोर्ट तक चले गए हैं। उनकी याचिका पर कोर्ट ने सीई अहिरवार की नियुक्ति से संबंधित रिकॉर्ड मांग लिया है।
चीफ इंजीनियर (सीई) बनाए गए डीपी अहिरवार मप्र मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में सीजीएम थे। वे 24 जुलाई को ऊर्जा विकास निगम में प्रतिनियुक्ति पर आए हैं। सीई पद पर उनकी नियुक्ति पर निगम के इंजीनियरों ने गहरी आपत्ति जताई है। ऊर्जा विकास निगम के 4 प्रभारी ईई अजय कुमार शुक्ला, तरुण रत्नावत, प्रवीण तिवारी और वंदना चटर्जी ने तो हाईकोर्ट में याचिका लगा दी।
याचिकाकर्ताओं का कहना है कि अहिरवार उनके जूनियर वे हैं। हम चारों 1988 बैच के अधिकारी हैं जबकि वे 1991 बैच के हैं। प्रभारी ईई अजय कुमार शुक्ला, तरुण रत्नावत, प्रवीण तिवारी और वंदना चटर्जी ने डीपी अहिरवार की नियुक्ति को नियम विरुद्ध बताया। याचिकाकर्ताओं ने कहा कि बिना किसी विज्ञापन के उन्हें प्रतिनियुक्ति पर लाकर सीई बना दिया गया है जबकि उनके पास सौर ऊर्जा का कोई अनुभव भी नहीं है।
याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने अहिरवार की सीई पद से नियुक्ति से जुड़े सभी दस्तावेज तलब किए हैं। मामले की सुनवाई अब 9 सितंबर को होगी। हाईकोर्ट में याचिका लगाने से पहले अहिरवार की नियुक्ति की खिलाफत करते हुए ऊर्जा विकास निगम के एमडी सहित और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को ज्ञापन भी दिया गया था।
Updated on:
19 Aug 2025 07:04 pm
Published on:
19 Aug 2025 07:03 pm
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