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पुलिस जगाएगी, ठगों से बचाएगी, नए डीजीपी कैलाश मकवाना ने दिए आदेश

patrika raksha kavach abhiyan: साइबर अपराधों को लेकर एमपी पुलिस अब प्रदेशव्यापी जागरुकता अभियान चलाएगी। नए पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना ने दिए आदेश...

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Patrika Raksha Kavach Abhiyan: साइबर अपराधों को लेकर एमपी पुलिस अब प्रदेशव्यापी जागरूकता अभियान चलाएगा। डीजीपी कैलाश मकवाना ने मंगलवार को सभी एडीजी, आइजी, डीआइजी और एसपी के साथ वर्चुअल बैठक की। उन्होंने साइबर अपराध को चुनौती बताया। जिला स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए। डीजीपी ने कहा कि साइबर अपराध से निपटने के लिए हम तकनीकी रूप से समय के साथ और दक्ष होंगे, लेकिन इस अपराध पर नियंत्रण पाने के लिए लोगों को जागरूक करना ज्यादा जरूरी है। अवैध नशे के कारोबार को करें नेस्तनाबूद डीजीपी ने अफसरों से नशे के अवैध कारोबार और यातायात सुरक्षा पर तत्काल जरूरी कदम उठाने को कहा।

हम अपनी युवा पीढ़ी को नशे की गिरफ्त में आने से राकें, इसलिए सभी स्कूल-कॉलेजों में पुलिस अधिकारी पहुंचें। व्यापक जागरूकता अभियान चलाएं। खुफिया तंत्र को मजबूत करें। नशे के अवैध कारोबार के नेटवर्क को पता लगाकर नेस्तनाबूत करें। डीजीपी ने यातायात व्यवस्था भी दुरुस्त करने के निर्देश दिए।

झाबुआ बीईओ को भेजा फर्जी ई-मेल

झाबुआ. बीईओ डॉ. जय बैरागी को ठगों ने हाल ही में महिला एवं बाल विकास विभाग के नाम से एक ई-मेल भेजा। बताया गया कि उनके आइपी एड्रेस से गलत सामग्री जारी की गई है। यदि 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण नहीं देते हैं तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पत्रिका में प्रकाशित जागरूकता की खबरें पढ़ रहे बैरागी ने सतर्कता दिखाई। उन्हें ई-मेल की भाषा-शैली पर शक हुआ तो किसी तरह का रिह्रश्वलाई नहीं किया। सूचना साइबर सेल को भी दी। साइबर सेल ने ई-मेल को फर्जी बताया। साइबर सेल में पदस्थ महेश प्रजापति ने बताया कि इस तरह के कोई भी प्रकरण होते हैं तो सीधे साइबर सेल को भेजा जाता है न कि संबंधित व्यक्ति को। ऐसे में इस तरह के किसी भी ई-मेल या मैसेज पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दें। तुरंत पुलिस को बताएं।

महीनेभर पहले ठगे गए, अबकी बार बचे

शहडोल. एक माह पूर्व साइबर ठगी का शिकार हो चुके शहर के एक व्यक्ति के पास ठगों ने दूसरी बार फोन कर धमकाने का प्रयास किया। संबंधित ने इस बार समझदारी दिखाई और ठगने से बच गए। दरअसल, रेलवे कॉलोनी निवासी एक युवक के पास एक माह पूर्व फोन आया कि इंदौर में रह रहा बेटे का नाम रेप कांड में आया है। उसे ले जा रहे हैं। कुछ पैसों की व्यवस्था करो तो छूट सकता है। यह सुन पिता की धड़कनें बढ़ गईं। वह फोन करने वाली की डिमांड पूरी करने में लग गए और लगभग 45 हजार साइबर ठगों को भेज दिए। एक माह बाद फिर उनके पास फोन आया। अबकी बार धमकी दी गई कि आपका पोर्न वीडियो हमारे पास है। उसे वायरल कर देंगे। गनीमत थी कि इस बार वह सजग थे कहा कि तुम वायरल करो, मैं थाने जाता हूं। ये कहते हुए फोन काट दिया।

अच्छे पुलिसकर्मी हों सम्मानित और बुरे दंडित

डीजीपी ने फील्ड के अधिकारियों से जनता के बीच विश्वसनीयता स्थापित करने को कहा। अच्छे पुलिसकर्मियों को रिवॉर्ड और बुरे को दंडित करने की बात कही। मकवाना ने कहा, सदैव ध्यान रखें कि पुलिस की कार्यप्रणाली से जनता को राहत मिले। कोई भी अधिकारी अपना कार्यक्षेत्र नहीं छोड़ेंगे। इसी के साथ प्रत्येक मंगलवार को प्रभावी जनसुनवाई कर समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिए।

एक दिन समाधान के लिए

अधिकारियों के साथ बैठक में डीजीपी मकवाना ने कहा कि पुलिसकर्मियों की समस्या के समाधान के लिए भी एक दिन तय होना चाहिए। जैसे किसी का कोई पेमेंट नहीं हुआ, छुट्टी से जुड़ी समस्या सहित किसी भी प्रकार की शिकायत की सुनवाई के लिए एक दिन तय किया जाए। इसी के साथ पुलिस को अनुशासन में रहने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि ये अनुशासन टॉप से बॉटम तक होना चाहिए, क्योंकि अनुशासन ही पुलिस की पहचान है।

दिए ये निर्देश

जागरुकता अभियान के लिए मीडिया के सभी माध्यम, शार्ट वीडियो, पंपलेट, संगोष्ठी करें।

हेलमेट पहनने को लेकर भी जनजागरूकता निर्मित करें।

प्रोफेशनल पुलिसिंग की ओर बढऩा है, रूल ऑफ लॉ को ध्यान में रखें।

आचरण ईमानदारीयुक्त हों।

नशाखोरी, भ्रष्टाचार से दूर रहें।

थाना स्टाफ आम लोगों से संवेदनशील व्यवहार करें, बदमाशों से सख्ती से निपटें।

बेसिक पुलिसिंग को मजबूत करने पर ध्यान देने की जरूरत।

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