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Railway Overbridge: 15 लाख आबादी को राहत, बनने जा रहा 6 ट्रैक पार करने वाला देश का पहला ब्रिज

Railway Overbridge: रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण से पुराने व नए भोपाल के साथ विदिशा, बैरसिया समेत आसपास की कनेक्टिविटी बेहतर होगी.....

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Railway Overbridge

Railway Overbridge

Railway Overbridge: निशातपुरा कोच फैक्ट्री के पास नया रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) बनेगा। भोपाल रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म नंबर एक से शुरू होकर द्वारकानगर-खेड़ापति हनुमान मंदिर तक 610 मीटर लंबे इस आरओबी को बनाने में 90 करोड़ रुपए की लागत आएगी। यह छह रेलवे लाइन को पार करेगा। इसकी लम्बाई लगभग 610 मीटर और 9.50 मीटर चौड़ाई होगी।

गुरुवार को क्षेत्रीय विधायक विश्वास सारंग समेत रेलवे, जिला प्रशासन और पीडब्ल्यूडी के अफसरों ने प्रस्तावित ब्रिज के स्थल का निरीक्षण किया। प्रथम चरण में इसके लिए शासन ने 72 करोड़ रुपए की राशि रेलवे को दी है। जल्द ही इसका काम शुरू हो जाएगा। शासन ने निर्माण के लिए 18 माह प्रस्तावित किया है। इस ब्रिज के बन जाने से राजधानी की करीब 15 लाख की आबादी को आवागमन में सुविधा मिलेगी। आरओबी रेलवे और राज्य की सरकार के सहयोग से बन रहा है।

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15 किमी का चक्कर बचेगा

दावा किया गया है कि छह रेलवे ट्रैक को पार करने वाला यह देश का पहला आरओबी होगा। इसके बनने से करीब 15 किमी का चक्कर बचेगा।

● अभी भोपाल प्लेटफॉर्म 1 से छोला जाने के लिए छोटी गाड़ियों को पुलिया से गुजरना पड़ता है, बड़ी गाड़ियां भारत टॉकीज आरओबी से लंबा चक्कर लगाती हैं। इससे दूरी घटेगी।

● भोपाल स्टेशन से एयरपोर्ट जाने वाले यात्रियों को पुराने भोपाल के ट्रैफिक से गुजरना पड़ता है। आरओबी से यात्री प्लेटफार्म-1 से सीधे छोला होते हुए करोद मार्ग से एयरपोर्ट पहुंच सकेंगे।

● कई ट्रेनें बैरागढ़ से सीधे निशातपुरा होते हुए निकलती हैं। अभी यात्रियों को कनेक्टिविटी न होने से ट्रेन पकड़ने बैरागढ़ जाना पड़ता है। आरओबी बनने से यात्री बैरागढ़ न जाकर सीधे निशातपुरा स्टेशन से ही अपनी ट्रेन पकड़ सकेंगे।

कहां से कहां तक: भोपाल रेलवे प्लेटफार्म 1 से खेड़ापति हनुमान मंदिर तक

लागत : 90 करोड़ (75 करोड़ मप्र सरकार ने दिया)

दूरी : लंबाई 610 मीटर और चौड़ाई 9.50 मीटर

कब तक बन जाएगा: 18 माह में प्रस्तावित

कितने को फायदा : करीब 15 लाख की आबादी