scriptराष्ट्रपति पद के प्रमुख दावेदार थे डा. थावरचंद गहलोत, अब संभालेंगे कर्नाटक का राजभवन | Thaawarchand Gehlot Karnataka New Governor Dr Thaawarchand Gehlot | Patrika News

राष्ट्रपति पद के प्रमुख दावेदार थे डा. थावरचंद गहलोत, अब संभालेंगे कर्नाटक का राजभवन

locationभोपालPublished: Jul 06, 2021 01:45:03 pm

Submitted by:

deepak deewan

मंगलवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 8 राज्यों में नए गवर्नर नियुक्त किए हैं उनमें थावर चंद गहलोत का नाम भी शामिल है। गहलोत को कर्नाटक का गवर्नर नियुक्त किया गया है। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफी करीबी माने जाते हैं।

Thaawarchand Gehlot Karnataka New Governor Dr Thaawarchand Gehlot

Thaawarchand Gehlot Karnataka New Governor Dr Thaawarchand Gehlot

भोपाल. केंद्र सरकार ने 8 राज्यों के राज्यपाल नियुक्त किए हैं। इनमें मोदी कैबिनेट में शामिल थावर चंद गहलोत भी हैं जिन्हें कर्नाटक का राज्यपाल बनाया गया है। 73 साल के डा. थावरचंद गहलोत केंद्र में सामाजिक न्याय मंत्री थे। सन 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से ही गहलोत कैबिनेट में मिनिस्टर रहे हैं।
मोदी कैबिनेट विस्तार – ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ इन 4 नामों की भी है चर्चा

मंगलवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 8 राज्यों में नए गवर्नर नियुक्त किए हैं उनमें थावर चंद गहलोत का नाम भी शामिल है। गहलोत को कर्नाटक का गवर्नर नियुक्त किया गया है। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफी करीबी माने जाते हैं। एससी-एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर उन्होंने बेहद अहम भूमिका निभाई थी। उनके ही प्रयास से केंद्र सरकार ने मामले में सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटीशन लगाई थी।
सिंधिया मंच से दे रहे थे सीख, सामने ही उड़ती रही सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां

वे मध्यप्रदेश से राज्य सभा के सदस्य हैं। इससे पूर्व गहलोत सन 1996 से लेकर सन 2009 तक लोकसभा के भी सदस्य रह चुके हैं। गहलोत उत्तराखंड के प्रभारी भी रहे हैं। मध्यप्रदेश के नागदा, उज्जैन के रहने वाले गहलोत का जन्म 18 मई 1948 को हुआ था। उन्होंने विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से स्नातक की डिग्री हासिल की है। गहलोत ने पहली बार 26 मई 2014 को केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री का पदभार ग्रहण किया था।
एमपी के मंत्री के विवादित बोल: नियम तोड़ो-कानून तोड़ो, कैसे भी करो यह काम

खास बात यह है कि कर्नाटक के राज्यपाल बनाए गए थावर चंद गहलोत पिछले राष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रपति पद के प्रमुख दावेदारों में से एक थे। उस समय जब किसी दलित चेहरे को राष्ट्रपति भवन में भेजने की बात पहली बार सामने आई थी तब थावर चंद गहलोत भाजपा और संघ की पहली पसंद बताए जा रहे थे। हालांकि बाद में रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति प्रत्याशी बना दिया गया था।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो